अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को केयर टेकर राष्ट्रपति घोषित किया
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद स्थिति काफी बदतर हो चुकी है. एक तरफ जहां विदेशों से मिलने वाली सहायता पर रोक लगाने का ऐलान किया जा रहा है और अधिकतर देशों से अपने दूतावास खाली कर दिए हैं तो दूसरी तरफ लोग जान बचाकर वहां से भागने की कोशिश में लगे हैं. इस बीच, अफगानिस्तान के पूर्व प्रथम उपरष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह ने खुद को देश का केयर टेकर राष्ट्रपति घोषित किया है. उन्होंने कहा कि सभी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं ताकि उनकी मदद और सहमति सुनिश्चित की जा सके.
अमरूल्ला सालेह ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा- “अफगानिस्तान के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति के इस्तीफे, उनके निधन, भागने या गैर-मौजूदगी में प्रथम उपराष्ट्रपति केयर टेकर राष्ट्रपति होंगे.” उन्होंने आगे कहा- मैं वर्तमान में देश के अंदर हूं और वैध केयर टेकर राष्ट्रपति हूं. सभी नेताओं से संपर्क कर रहा हूं ताकि उनके समर्थन और सहमति बन पाए.
Clarity: As per d constitution of Afg, in absence, escape, resignation or death of the President the FVP becomes the caretaker President. I am currently inside my country & am the legitimate care taker President. Am reaching out to all leaders to secure their support & consensus.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 17, 2021
जर्मनी ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली सहायता पर रोक लगाई
तालिबान के नियंत्रण के बाद जर्मनी ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली विकास सहायता निलंबित कर दी है. जर्मनी के विकास मंत्री गर्ड मुलर ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया से कहा कि ‘सरकारी विकास सहायता को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है.’ उन्होंने कहा कि जर्मनी की विकास एजेंसी जीआईजेड के अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों और सभी जर्मन नागरिकों ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है. साथ ही कहा कि जर्मनी स्थानीय अफगान कर्मियों को भी बाहर निकालने का प्रयास कर रहा था.
जर्मनी की समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक अफगानिस्तान ऐसा देश रहा है, जिसे जर्मनी की तरफ से दुनिया में सबसे अधिक विकास सहायता प्रदान की गई. रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी की सरकार की वर्ष 2021 में विकास सहायता के रूप में करीब 25 करोड़ यूरो की राशि जारी करने की योजना थी, हालांकि, अभी इस राशि को जारी नहीं किया गया था.
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