अफगानिस्तान में फंसे हैं 15 हजार अमेरिकी, पेंटागन ने बताया क्यों धीमा हुआ लोगों की निकासी अभियान
वाशिंगटन. पेंटागन ने कहा है कि पिछले एक दिन में लगभग 3,800 लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला गया है। सुरक्षा खतरों ने काबुल हवाई अड्डे से अमेरिकी नागरिकों और अन्य लोगों की निकासी प्रक्रिया को धीमा कर दिया, क्योंकि हजारों लोग देश से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं जिससे हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल है।
पेंटागन ने कहा कि छह अमेरिकी सैन्य सी-17 विमान और 32 चार्टर उड़ानें पिछले 24 घंटों में काबुल हवाईअड्डे से रवाना हुईं। सैन्य विमानों में सिर्फ 1,600 लोग ही सवार हो पाए। अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को पेंटागन की ओर से संवाददाताओं को बताया कि 15 अगस्त के बाद से निकाले गए 17,000 लोगों में से केवल 2,500 अमेरिकी हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि अफगानिस्तान में लगभग 15,000 अमेरिकी हैं।
काबुल हवाईअड्डे पर हालात बहुत मुश्किल: यूरोपीय संघ
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान दे लेयेन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया है कि वे अफगान शरणार्थियों के लिए अपने यहां जगह बनाएं। ईयू परिषद प्रमुख चार्ल्स मिशेल के साथ स्पेन सरकार द्वारा मैड्रिड में अफगान शरणार्थियों के लिए बनाए गए रिसेप्शन केन्द्र के दौरे पर आयीं उर्सुला ने उक्त बात कही।
उन्होंने कहा, “तकलीफें झेल रहे लोगों का पुनर्वास सबसे महत्वपूर्ण है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।” ईयू के शीर्ष अधिकारियों ने स्पेन के प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ के साथ मैड्रिड के पास टोरेज़ोन सैन्य हवाई अड्डे पर स्थापित सुविधा का दौरा किया। सांचेज ने बताया कि इस सुविधा केंद्र में 800 लोगों को रखने की क्षमता है।
Source link