न्यूयॉर्कः अमेरिका में पिछले साल यानि 2020 में कोरोना महामारी के बीच ड्रग ओवरडोज के कारण रिकॉर्ड 93,000 लोगों की मौत हो गई है. इस बात की जानकारी अमेरिकी सरकार ने दी है. वहीं इन मौतों को लेकर ओवरडोज के मामलों पर करीबी नजर रखने वाले ब्रांडन मार्शल ने बताया कि यह यह जनहानि का बड़ा मामला है. ब्रांडन मार्शल ब्राउन यूनिवर्सिटी के जन स्वास्थ्य के रिसर्चर हैं.
पिछले साल यानि साल 2019 के आंकड़ों पर नजर डालें तो उस दौरान ड्रग्स ओवरडोज के कारण 72,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. ब्रांडन मार्शल ने कहा कि देश ड्रग ओवरडोज से होने वाले मौत को लेकर पहले ही जूझ रहा था लेकिन कोरोना ने संकट को और बड़ा कर दिया है.
ड्रग्स ओवरडोज के कारण मौत में बढ़ोतरी को लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि लॉकडाउन और कोरोना महामारी से जुड़ी कई अन्य पाबंदियों के कारण लोग नशे की लत से जूझ रहे हैं और ऐसे वक्त में लोग अकेला महसूस कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में ड्रग्स एडिक्ट अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं.
ओवरडोज खतरनाक
बता दें कि एक समय ऐसा था जब अमेरिका में सबसे ज्यादा मौतें पेन किलर लेने से होती थी. काफी जागरुकता के बाद पेन किलर से मौत तो धीरे-धीरे घट गई लेकिन उसकी जगह अब हेरोइन और फेंटानिल ने ले ली है.
ड्रग ओवरडोज के बारे में अध्ययन करने वाले सिराकस यूनिवर्सिटी में सो सोशियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर शैनन मोनात ने बताया, ”ओवरडोज के मामलों में अचानक बढ़ोतरी ज्यादा जहरीली दवाओं की आपूर्ति के कारण हो रही है.”
प्रोफेसर मोनात ने बताया कि फिलहाल इस बात को लेकर कोई जानकारी नहीं है कि मरने वालों में कितने अमेरिकी नागरिकों ने पिछले साल से ड्रग्स लेना शुरू किया था. उन्होंने बताया कि मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी शायद पहले से नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों के कारण है.
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