डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी बायोटेक्नोलॉजी कंपनी नोवावैक्स ने सोमवार को उसके कोविड-19 वैक्सीन के 90 प्रतिशत असरदार होने की घोषणा की। लेट-स्टेज क्लिनिकल ट्रायल में ये डेटा सामने आया है। फेज़ 3 ट्रायल में अमेरिका और मैक्सिको में 119 साइटों पर लगभग 30,000 प्रतिभागियों को इनरोल किया गया था। नोवावैक्स की रिकॉम्बीनेंट प्रोटीन बेस्ड वैक्सीन NVX-CoV2373 ने कोविड-19 के मॉडरेट और गंभीर मामलों के खिलाफ 100% सुरक्षा प्रदान की। इसकी ओवरऑल एफिकेसी 90.4% प्रतिशत है।
नोवावैक्स की स्टडी में अमेरिका और मेक्सिको में 18 वर्ष और इससे अधिक उम्र के करीब 30,000 लोग शामिल थे। उनमें से दो तिहाई को तीन हफ्तों के अंतराल पर वैक्सीन की दो खुराकें दी गईं जबकि शेष को अप्रभावी (डमी) टीका दिया गया। कोविड-19 के 77 मामले आए, जिनमें से 14 उस ग्रुप से थे जिन्हें वैक्सीन दी गई जबकि शेष मामले उनमें थे जिन्हें डमी वैक्सीन दी गई थी। वैक्सीन लगवाने वाले ग्रुप में किसी की भी बीमारी मॉडरेट या सीवियर लेवल पर नहीं पहुंची।
नोवावैक्स की ये वैक्सीन दो डोज वाली है। इसे रेफ्रिजरेटर के तापमान पर स्टेर किया जा सकता है। नोवावैक्स ने कहा कि वह एडिशनल डेटा के उपलब्ध होने के बाद फेज़ 3 के ट्रायल रिजल्ट की और डिटेल शेयर करेगा। इस ट्रायल का एनालिसिस अभी भी किया जा रहा है इसे पब्लिश करने के लिए जर्नल्स को सबमिट किया जाएगा। नोवावैक्स ने अभी तक यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से NVX-CoV2373 के लिए ऑथोराइजेशन का अनुरोध नहीं किया है। मैरीलैंड स्थित कंपनी 2021 की तीसरी तिमाही में रेगुलेटरी ऑथोराइजेशन के लिए फाइल करने का सोच रही है।
कंपनी ने कहा कि उसकी योजना सितंबर अंत तक अमेरिका, यूरोप और अन्य जगहों पर टीके के इस्तेमाल के लिए मंजूरी लेने की है। तब तक वह एक महीने में 10 करोड़ खुराकों का उत्पादन करने में सक्षम होगी। नोवावैक्स के मुख्य कार्यपालक स्टेनली एर्क ने एपी से कहा, ‘हमारी शुरूआती कई खुराकें निम्न और मध्य आय वाले देशों में जाएंगी।’
बता दें कि अमेरिका में कोविड-19 की वैक्सीन की मांग में कमी आई है, लेकिन दुनिया भर में अधिक टीकों की जरूरत बनी हुई है। नोवावैक्स टीके को रखना और ले जाने आसान है और उम्मीद की जा रही है कि यह विकासशील देशों में टीके की आपूर्ति को बढ़ाने में अहम किरदार निभाएगा।
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