डिजिटल डेस्क, दिसपुर। असम पुलिस और असम राइफल्स ने रविवार को जॉइंट ऑपरेशन में विद्रोही संगठन दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के सात उग्रवादियों को मार गिराया गया। असम-नागालैंड बॉर्डर पर पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में हुई मुठभेड़ में ये उग्रवादी मारे गए हैं। उग्रवादियों के पास से चार एके-47 राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। क्षेत्र में अभी ओर डीएनएलए उग्रवादियों के छिपे होने की आशंका है।
मारे गए उग्रवादियों की पहचान अमरजीत उर्फ राउंडर, निखेन उर्फ धड़कन, बाल्नेस उर्फ झिंगदाओ, प्रीतम उर्फ नवा, एक्शन दिमासा और जोरेंग डिमासा उर्फ तमिल के रूप में हुई है। वहीं मुठभेड़ में घायल सैनिक की पहचान राइफलमैन जीडी मुश्ताक अहमद मांगराल के रूप में हुई है। मुश्ताक के दाहिनी हथेली में गोली लगी है। मुश्ताक का अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर पुलिस अधिकारियों और असम राइफल्स के जवानों की एक टीम ने पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया। एडिशल सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (एएसपी) प्रकाश सोनोवाल के नेतृत्व में ये ऑपरेशन लॉन्च किया गया। सर्चिंग के दौरान रविवार सुबह 2.30 बजे के करीब उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में 7 उग्रवादी मारे गए। उग्रवादियों के पास से बड़ी तादाद में हथियार बरामद किए गए हैं।
बता दें कि 19 मई को DNLA कैडरों ने असम-नागालैंड सीमा के धनसिरी में एक युवक की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने विद्रोही समूह के खिलाफ बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया था। इस उग्रवादी संगठन के प्रमुख का नाम नाइसोदाओ दिमासा और सचिव का नाम खारमिनदाओ दिमासा है। ये उग्रवादी संगठन असम के डीमा हसाओ और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक्टिव है। 2 साल पहले इस संगठन की स्थापना की गई थी। संगठन दिमासा आदिवासियों के लिए एक स्वतंत्र देश बनाना चाहता है।
Source link