आपका म्यूचुअल फंड, बैंक एफडी, पीएफ में लगाया पैसा कितने समय में होगा डबल, इस नियम के जरिए जानें
हर बार जब आप किसी योजना में निवेश करते हैं, तो आप सोच सकते हैं कि आपके पैसे को दोगुना करने में कितना समय लगेगा. यदि आप अपना पैसा सही जगह पर लगाते हैं तो यह काफी बढ़ सकता है. चक्रवृद्धि ब्याज के कारण यह दोगुना या तिगुना भी हो सकता है. लेकिन वास्तव में कितना समय लगेगा?
यह सही है कि पैसे के दोगुना या तिगुना होने गणना पूरी तरह से सटीक नहीं हो सकती है, लेकिन यह किसी भी निवेश से आपके रिटर्न के बारे में एक सही आइडिया दे सकती है. एक सरल नियम है जो आपको बताएगा कि आपका पैसा कितनी तेजी से बढ़ सकता है. ये है रूल ऑफ 72 और रूल ऑफ 114 .निवेश संबंधी निर्णय लेने के लिए विवेकपूर्ण तरीके से इनका उपयोग कर सकते हैं.
रूल ऑफ 72
यह नियम आपको बताएगा कि आपके पैसे को दोगुना होने में कितने साल लगेंगे. इसका फॉर्मूला सिंपल है. यह जानने के लिए कि आपके निवेश को दोगुना करने में कितने साल लगेंगे, प्लान के इंटरेस्ट रेट को 72 से डिवाइड करें. रिटर्न की एक पर्टिकुलर रेट होनी चाहिए.
इस उदाहरण से समझें
मान लीजिए आप इस महीने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में 50,000 का निवेश कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी तय की है. अब आप 50,000 रुपये को 1 लाख रुपये बनने में लगने वाले समय को जानने के लिए 72 को ब्याज दर (7.1 प्रतिशत) से विभाजित (डिवाइड) करते हैं तो यह 72/7.1 के लिए 10.14 होगा. इसलिए ब्याज दर 7.1 प्रतिशत पर तय होने पर आपका पैसा 10.14 वर्षों में दोगुना हो जाएगा.
अपने पैसे को तीन गुना कैसे करें
तो अब यदि आप यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि आपके पैसे को तीन गुना करने में कितना समय लगेगा, तो आपको 114 के नियम का उपयोग करने की आवश्यकता है. यह 72 के नियम की तरह ही काम करता है. निवेश से आपके रिटर्न को तीन गुना करने में कितने साल लगेंगे, यह जानने के लिए आपको 114 को ब्याज दर से विभाजित करना होगा. आपके पैसे को तीन गुना करने के लिए आवश्यक वर्षों की संख्या = 114/रिटर्न की दर. इसमें पीपीएफ खाते से 7.1 फीसदी ब्याज दर के साथ 50,000 रुपये होने में 1,50,000 रुपये होने में 16.05 साल लगेंगे.
वार्षिक रिटर्न पर ही लागू होता है यह नियम
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 72 का नियम वार्षिक रिटर्न को आधार पर होता है. इसे वार्षिक रिटर्न वाली सभी प्रकार की अवधियों में लागू किया जा सकता है. इसलिए यदि आप अपने त्रैमासिक या अर्ध-वार्षिक चक्रवृद्धि रिटर्न की गणना के लिए इस नियम लागू करते हैं, तो यह आपको सटीक आंकड़ा नहीं देगा.
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