नई दिल्लीः कोरोना की दूसरी लहर ने दुनिया में तबाही मचा दी है. भारत में भी कोरोना ने बिकराल रूप धारण कर लिया है. पिछले कई दिनों से लगातार एक लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. हर दिन मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. इस कठिन दौर में हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति लावरवाही नहीं करनी चाहिए और खुद को फिट रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए. ऐसा करने से बॉडी फिट रहता है और रोग दूर रहता है.
अगर आप एक्सरसाइज नहीं करते हैं, वॉक नहीं करते हैं तो आप जल्द ही बीमारी के शिकार हो सकते हैं. एक एक रिसर्च में यह भी खुलासा हुआ है कि कोरोना के कारण आलसी लोगों की मौत की संभावना बहुत अधिक होती है.
ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन ने अपने रिचर्च कर रिपोर्ट जारी की है. इस रिचर्च में करीब 50 हजार लोग शामिल हुए थे. रिसर्च की रिपोर्ट की माने तो कोरोना के मरीजों में एक्सरसाइज की कमी के कारण अधिक गंभीर लक्षण देखे गए और मौत की आशंका ज्यादा दिखी.
इस रिचर्स में शामिल शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना महामारी से दो साल पहले तक शारीरिक रूप से निष्क्रिय लोगों को अस्पताल में एडमिट करने की नौबत आ गई.
शोधकर्ताओं ने जनवरी और अक्टूबर 2020 के बीच कोरोना से संक्रमित अमेरिका में 48,440 रोगियों को शामलि किया. रोगियों की औसत आयु करीब 47 साल थी और पांच में से तीन महिलाएं थीं.
लगभग आधे मरीजों में कोई भी बीमारी नहीं थी. करीब 20 प्रतिशत युवक मधुमेह, पुरानी फेफड़ों की स्थिति, हृदय या गुर्दे की बीमारी या कैंसर जैसे किसी एक बीमारी से ग्रसिथ थे. 30 प्रतिशत से अधिक लोग दो बीमारी से ग्रसित थे.
इनमें 15 प्रतिशत ने खुद को निष्क्रिय होने की जानकारी दी. करीब 80 प्रतिशत लोगों ने माना कि वह शारीरिक रूप से कुछ गतिविधि करते हैं. पांच प्रतिशत लोगों ने खुद को फिट बताया. इन मरीजों में ऐसे लोग जो कि शारीरिक रूप से आलसी थे उनके अस्पताल में भर्ती होने की संभावना दोगुना से अधिक थी.
महाराष्ट्र: कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं, उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से कहा वायुसेना की मदद लें
Source link