आयकर विभाग की नई ई-फालिंग वेबसाइस सोमवार की रात को लॉन्च करने के बाद से ही भारी संख्या में मिल रही शिकायतों के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन्फोसिस के सह-संस्थापक और चेयरमेन नंदन नीलेकणि को ट्विटर पर टैग करते हुए उन्हें इस बारे बताया. निर्मला ने कहा कि “वे उम्मीद करते हैं कि इन्फोसिस और नीलेकणि आयकरदाताओं को प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर निराश नहीं करेंगे. ”
गौरतलब है कि आयकर विभाग की नए ई-फाइलिंग वेबसाइट के डिजाइन और उसके मेन्टिनेंस की जिम्मेदारी आईटी कंपनी इन्फोसिस को ही दी गई है. निर्मला सीतारण ने ट्वीट करते हुए कहा- “बहुप्रतीक्षित ई-फाइलिंग पोर्टल 2.0 को पिछली रात 8.45pm पर लॉन्च कर दिया गया. लेकिन इसमें कई खामियां और शिकायतें मिल रहीं हैं. उम्मीद है कि इन्फोसिस और नंदन नीलेकणि आयकरदाताओं को प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर निराश नहीं करेगे. करदाताओं के लिए अनुपालन में आसानी हमारी प्राथमिकता है.”
The much awaited e-filing portal 2.0 was launched last night 20:45hrs.
I see in my TL grievances and glitches.
Hope @Infosys & @NandanNilekani will not let down our taxpayers in the quality of service being provided.
Ease in compliance for the taxpayer should be our priority. https://t.co/iRtyKaURLc
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) June 8, 2021
इन्फोसिस को साल 2019 में नेक्स्ट जेनरेशन इनकम टैक्स फाइलिंग सिस्टम डेवलप करने का कांट्रैक्ट दिया गया था, ताकि रिटर्न के लिए प्रोसेस टाइम को 63 दिनों से घटाकर एक दिन कर दिया जा सके और रिफंड में तेजी लाई जा सके.
नई वेबसाइट के खास फीचर्स-
1-यह पूरी तरह से नया पोर्टल है जो कि आपके लिये ई-फाइलिंग को आसान बनाता है. इसमें कहा गया है, ‘‘इस पोर्टल का उद्देश्य करदाताओं और संबद्ध पक्षों के लिये आयकर संबंधी सेवाओं के वास्ते एकल खिड़की उपलब्ध कराना है.’’
2-आयकर विभाग के लिये नीतियां बनाने वाले केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शनिवार को कहा था कि नई ई-फाइलिंग वेबसाइट सोमवार को जारी कर दी जायेगी हालांकि आनलाइन कर भुगतान प्रणाली और मोबाइल ऐप जैसी सुविधायें 18 जून को ही शुरू हो पायेंगी.
3-नये पोर्टल में आयकर रिटर्न (आईटीआर) की प्रोसेसिंग तुरंत होगी और करदाताओं को रिफंड भी जल्द जारी किया जा सकेगा. इसमें करदाताओं के लिये जरूरी हिदायत और उनके लंबित मामलों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध होगी.
4-आईटीआर एक, चार (आनलाइन और आफलाइन) और आईटीआर दो (आफलाइन) भरने के लिये करदाताओं की मदद के लिये पूछे जारने वाले सवाल आदि के जवाब के साथ साफ्टवेयर भी डाला गया है. विभाग ने इस संबंध में जारी बयान में कहा है कि आईटीआर तीन, पांच, छह और सात के लिये भी सुविधाओं को जल्द उपलब्ध कराया जायेगा.
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