कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत के सामने इस समय सबसे बड़ी किल्लत ऑक्सीजन को लेकर है। इस संकट के बीच पीएम मोदी एक्शन में हैं। आज सुबह 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक लेने के बाद प्रधानमंत्री ने देश के प्रमुख ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में देश भर में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए तत्काल उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई।
‘मैं CM होते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा’, ऑक्सीजन की कमी को लेकर CM केजरीवाल ने PM मोदी से लगाई गुहार
बता दें कि बीते 15 दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। दिल्ली से लेकर मुंबई, यूपी, एमपी, गुजरात लगभग सभी राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। इस बीच सरकार ने स्टील प्लांटों को भी ऑक्सीजन की सप्लाई करने को कहा है। लेकिन फिर भी दिल्ली के बड़े अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें आ रही हैं। कल ही गृह मंत्रालय ने ऑक्सीजन के निर्बाध परिवहन के लिए निर्देश जारी किए हैं। वहीं वायु सेना के जहाजों के साथ ही रेलवे के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है।
CM केजरीवाल ने PM मोदी से लगाई गुहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऑक्सीजन की कमी पर चिंता जताई और कहा कि मैं सीएम होते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा हूं। हमें 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन पिछले 24 घंटों में सिर्फ 350 टन ही ऑक्सीजन शुरू हो पायी है। प्रधानमंत्री जी सबसे पहले आपको धन्यवाद क्योंकि केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है, आपसे आग्रह है कि बढ़े हुए कोटे को दिल्ली तक पहुंचाने में मदद कर दीजिए, हमें 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन पिछले 24 घंटों में सिर्फ 350 टन ही ऑक्सीजन शुरू हो पायी है। कभी कोई अस्पताल कहता है कि 2 घंटे की ऑक्सीजन बची है, कभी कोई कहता है 3 घंटे की ऑक्सीजन बची है। जब कारण पता करते हैं तो पता चलता है कि पीछे किसी राज्य ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन के ट्रक को रोक रखा है, हमने केंद्र के कई मंत्रियों को फोन किए उन्होंने शुरू में सहयोग किया लेकिन अब वे भी थक चुके हैं।
गंगाराम अस्पताल में 25 रोगियों की मौत की आशंका
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 25 रोगियों की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत की आशंका जताई जा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ऑक्सीजन के कम दबाव की वजह से 25 “बहुत बीमार” रोगियों की मौत होने की आशंका है। इस बीच सर गंगाराम अस्पताल के निदेशक ने कहा है कि अस्पताल के पास सिर्फ 2 घंटे की ही ऑक्सीजन बची है, अस्पताल की तरफ से यह भी कहा गया है कि वेंटीलेटर और BiPAP मशीनें असरदार तरीके से काम नहीं कर रहीं।
Source link