सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ने कहा कि कोविड -19 की दूसरी लहर की वजह से अप्रैल में कंज्यूमर सेंटीमेंट्स इंडेक्स में 3.8% गिरावट दर्ज की गई। यह मई 2020 के बाद सबसे तेज गिरावट है। कंज्यूमर सेंटीमेंट्स इंडेक्स में सप्ताह-दर-सप्ताह गिरावट हो रही है। 2 मई को समाप्त सप्ताह में इंडेक्स में 5.4% की गिरावट रही, जो साप्ताहिक इंडेक्स के मामले में नवंबर 2020 के बाद से सबसे कम है। उपभोक्ता भावनाओं में गिरावट बताता है कि घरेलू आय की स्थिति काफी खराब है।
कंज्यूमर सेंटीमेंट्स इंडेक्स 18 अप्रैल को समाप्त सप्ताह को 4.3% तक गिरा और इसके बाद 25 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 4.5% टूटा। सीएमआईई साप्ताहिक विश्लेषण के अनुसार, Current Economic Conditions के सूचकांक में 2.5% की गिरावट आई, जबकि उपभोक्ता उम्मीदों का सूचकांक 4.5% गिरा है। उपभोक्ता भावनाओं में गिरावट बताता है कि घरेलू आय की स्थिति काफी खराब है। सीएमआईई सर्वेक्षण के अनुसार, 47% उपभोक्ताओं ने कहा कि उनकी आय एक साल पहले मार्च की तुलना में खराब है। यह निराशावाद में वृद्धि को दर्शाती है।
अगले एक साल में आर्थिक स्थिति खराब होने वाली है
यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि एक साल पहले की तुलना में उनकी आय में सुधार हो ही रहा था कि इस दौरान 6% से 4% तक की गिरावट आ गई। सीएमआईई के मुताबिक अगले 12 महीनों में उपभोक्ताओं की आय के बारे में, अगले एक साल में अर्थव्यवस्था के बारे में और अगले पांच वर्षों में उनके भविष्य के बारे में निराशावाद बढ़ा है।CMIE सर्वेक्षण कहता है कि लगभग 46% को उम्मीद है कि एक साल में उनकी आय 10% कम होगी। इसके अलावा, लगभग 45% लोगों का मानना था कि भारत में अगले एक साल में आर्थिक स्थिति खराब होने वाली है। केवल 6% का मानना है कि इसमें सुधार होगा, जबकि शेष 49% का मानना है कि यह अपरिवर्तित रहेगा।
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