कपिल सिब्बल के ‘जी हुजूर’ से खफा हो गए कांग्रेसी? याद दिला रहे हैं ‘अच्छे दिन’
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के उस बयान से कांग्रेस पार्टी के कई नेता खफा हो गए हैं जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं के ग्रुप के बारे में कहा था कि वह ‘जी हुजूर 23’ ग्रुप नहीं हैं। कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं की हाइकमान से नाराजगी के मुद्दे पर बयानों का सिलसिला लगातार जारी है। इस मुद्दे पर पार्टी के नेता आपस में उलझ पड़े हैं। वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा आलाकमान पर सवाल उठाने के बाद अब उन पर भी पलटवार हुआ है।
कांग्रेस नेता अजय माकन ने सिब्बल पर खुलकर हमला बोलते हुए याद दिलाया कि किस तरह उन्हें कांग्रेस ने पहचान दी। माकन ने कहा कि संगठनात्मक पृष्ठभूमि का नहीं होने के बावजूद कपिल सिब्बल केंद्र में मंत्री बने। माकन ने कहा कि ‘सोनिया गांधी जी ने यह सुनिश्चित किया था कि संगठनात्मक पृष्ठभूमि ना होने के बावजूद कपिल सिब्बल केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनें। पार्टी में सभी की बात सुनी जा रही है। सिब्बल और अन्य लोगों को बताना चाहता हूं कि उन्हें उस संगठन को नीचा नहीं दिखाना चाहिए जिसने उन्हें एक पहचान दी है।’
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने भी ट्वीट कर कपिल सिब्बल पर निशाना साधा। बीवी श्रीनिवास ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘सुनिए ‘जी-हुजूर’:- पार्टी की ‘अध्यक्ष’ और ‘नेतृत्व’ वही है, जिन्होंने आपको हमेशा संसद पहुंचाया, पार्टी के अच्छे वक्त में आपको ‘मंत्री’ बनाया, विपक्ष में रहे, तो आपको राज्यसभा पहुंचाया
अच्छे-बुरे वक्त में सदैव जिम्मेदारियों से नवाजा.. और जब ‘वक्त’ संघर्ष का आया, तो…’
जानिए सिब्बल ने क्या कहा था?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बुधवार को कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा। सिब्बल ने कहा, कांग्रेस में अब कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है, हम नहीं जानते कि कौन निर्णय ले रहा है। सिब्बल ने कहा, ‘हम जी-23 हैं, निश्चित रूप से जी हुज़ूर-23 नहीं हैं। पार्टी के सामने हम मुद्दों को उठाते रहेंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कभी भी जी-23 नहीं था, यह हमेशा जी-23 प्लस रहा है। बता दें कि, कपिल सिब्बल भी जी-23 का हिस्सा हैं। इस समूह के 23 नेताओं ने पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में व्यापक बदलाव की मांग की थी। कपिल सिब्बल ने पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा सूरते हाल को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर इस पर चर्चा होनी चाहिए और ऑर्गेनाइजेशन चुनाव कराये जाने चाहिए।
हमारे लोग छोड़कर जा रहे हैं, हमें इसपर विचार करना चाहिए: सिब्बल
सिब्बल ने कहा, “लोग क्यों जा रहे हैं? शायद हमें यह देखना चाहिए कि क्या यह हमारी गलती है? कांग्रेस की विडंबना यह है कि जो उनके (नेतृत्व) करीब हैं वे चले गए हैं और जो उन्हें लगता है कि उनके करीब नहीं हैं, वे अभी भी हैं।” सिब्बल ने कहा, ‘हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं। सुष्मिता (देव) जी चली गईं और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (लुईजिन्हो) फालेरयो भी चले गए। जितिन प्रसाद चले गए, (ज्योतिरादित्य) सिंधिया चले गए, ललितेश त्रिपाठी चले गए, अभिजीत मुखर्जी भी चले गए। कई अन्य नेता चले गए। सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? हमें यह खुद सोचना होगा कि शायद हमारी भी कोई गलती रही होगी।’ बता दें कि, कपिल सिब्बल की यह टिप्पणी पंजाब में जारी कांग्रेस संकट के बीच आई है, जहां राज्य प्रमुख नवजोत सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
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