केंद्रीय मंत्री का विवादित बयान: रवींद्रनाथ टैगोर काले थे इसलिए उनकी मां ने गोद में लेने से कर दिया था इंकार

पीटीआई, कोलकाता
Published by: Jeet Kumar
Updated Thu, 19 Aug 2021 06:36 AM IST

केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार
– फोटो : YouTube grab

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केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने बुधवार को पश्चिम बंगाल के विश्व भारती विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर की मां ने उन्हें अपनी गोद में लेने से इनकार कर दिया था क्योंकि वह काले थे।

उन्होंने आगे कहा कि टैगोर अपने परिवार के अन्य सदस्यों की तुलना में काले थे जबकि अन्य सदस्यों का रंग काफी गोरा था, इसलिए टैगौर की मां और अन्य लोगों ने उन्हें गोद में लेने से इनकार कर दिया था। 

टैगोर के बारे में बोलते हुए सरकार ने कहा कि गोरी त्वचा दो प्रकार की होती है, एक थोड़ी पीली और दूसरी लाल रंग की होती है। टैगोर की त्वचा दूसरे प्रकार की थी। इसलिए उनकी मां उनको गोद में नहीं लेती थी। हालांकि उसी व्यक्ति ने भारत के लिए दुनिया जीती।

टीएमसी के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल ने इस मुद्दे पर कहा कि केंद्रीय मंत्री सुभाष रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और इसलिए वे उन्हें बदनाम कर रहे हैं। सुभाष सरकार को यह सब कैसे पता है? क्या वह टैगोर से पहले पैदा हुए थे? 

बता दें कि रवींद्रनाथ टैगोर एक बंगाली लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। दरअसल, वह विश्व भारती विश्वविद्यालय के संस्थापक भी थे जहां सुभाष सरकार ने बुधवार को यह बयान दिया। सुभाष सरकार झारखंड में भाजपा के राज्य प्रभारी और पश्चिम बंगाल में भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष भी हैं।
 

विस्तार

केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने बुधवार को पश्चिम बंगाल के विश्व भारती विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर की मां ने उन्हें अपनी गोद में लेने से इनकार कर दिया था क्योंकि वह काले थे।

उन्होंने आगे कहा कि टैगोर अपने परिवार के अन्य सदस्यों की तुलना में काले थे जबकि अन्य सदस्यों का रंग काफी गोरा था, इसलिए टैगौर की मां और अन्य लोगों ने उन्हें गोद में लेने से इनकार कर दिया था। 

टैगोर के बारे में बोलते हुए सरकार ने कहा कि गोरी त्वचा दो प्रकार की होती है, एक थोड़ी पीली और दूसरी लाल रंग की होती है। टैगोर की त्वचा दूसरे प्रकार की थी। इसलिए उनकी मां उनको गोद में नहीं लेती थी। हालांकि उसी व्यक्ति ने भारत के लिए दुनिया जीती।

टीएमसी के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल ने इस मुद्दे पर कहा कि केंद्रीय मंत्री सुभाष रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और इसलिए वे उन्हें बदनाम कर रहे हैं। सुभाष सरकार को यह सब कैसे पता है? क्या वह टैगोर से पहले पैदा हुए थे? 

बता दें कि रवींद्रनाथ टैगोर एक बंगाली लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। दरअसल, वह विश्व भारती विश्वविद्यालय के संस्थापक भी थे जहां सुभाष सरकार ने बुधवार को यह बयान दिया। सुभाष सरकार झारखंड में भाजपा के राज्य प्रभारी और पश्चिम बंगाल में भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष भी हैं।

 

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