केरल में कोरोना वायरस के 12,294 नए मामले, TPR 14 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंची
तिरुवनंतपुरम: केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 142 और लोगों की जान चली गई तथा महामारी के 12,294 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 36,81,965 हो गए तथा मृतकों की संख्या 18,743 पर पहुंच गई। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि पिछले एक दिन में 18,542 लोग ठीक हो गए। विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में अब तक 35,10,909 लोग ठीक हो चुके हैं और वर्तमान में 1,72,239 मरीज उपचाराधीन हैं। पिछले 24 घंटे में 87,578 नमूनों की जांच हो चुकी है और संक्रमण की दर 14.03 प्रतिशत है।
केरल में सोमवार को कोविड परीक्षण सकारात्मकता दर उच्च बनी रही, 14.03 प्रतिशत पर पहुंच हई। क्योंकि पिछले 24 घंटों में 87,578 नमूनों में से 12,294 लोग की रिपोर्ट सकारात्मक निकली। सोमवार को नए मामलों की कुल संख्या अन्य दिनों की तुलना में कम होती है क्योंकि रविवार को कम परीक्षण किए जाते हैं।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 18,542 लोग नकारात्मक हो गए, राज्य में कुल सक्रिय मामले 1,72,239 हो गए। 142 और मौतें हुईं, जिससे मरने वालों की संख्या 18,743 हो गई। इस बीच राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिये एक दल के साथ सोमवार को यहां पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिये केंद्र सरकार ने राज्य को 267.35 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एवं स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के साथ मुलाकात के बाद मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘267.35 करोड़ रुपये के अलावा राज्य के प्रत्येक जिले में दवाइयों का भंडार बनाने के लिये अतिरिक्त एक-एक करोड़ रुपये दिये जायेंगे ।’’ उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने केरल सरकार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है, जिसमें वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराना भी शामिल है ।
इससे पहले राज्य सरकार ने बयान जारी कर बताया कि मांडविया ने प्रदेश की वाम मोर्चा सरकार की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये उठाये गये के कदमों की सराहना की। बयान में कहा गया कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को शानदार बताया और केरल के लिये अधिक वैक्सीन की उपलब्धता का आश्वासन दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश में वैक्सीन के बहुत कम बर्बाद होने की सराहना की और कहा कि खुराक देने में प्रदेश ने एक उदाहरण पेश किया है।
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