कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए देश भर के अलग-अलग राज्यों में लगाए जा रहे लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू ने एफएमसीजी और ग्रॉसरी की सप्लाई चेन पर नकारात्मक असर डाला है. इस वजह से मार्च की तुलना में अप्रैल में एफएमसीजी और ग्रॉसरी की बिक्री 16 फीसदी घट गई है. इन सामानों की सबसे ज्यादा गिरावट टियर-2 शहर में दिखा है, जहां आबादी 10 लाख से 50 लाख के बीच है. इन शहरों में तो मार्च की तुलना में अप्रैल में बिक्री 26 फीसदी घट गई है.
टियर-2 शहरों में बिक्री में ज्यादा गिरावट
सप्लाई चेन ऑटोमेशन सॉल्यूशन फर्म बिजोम के मुताबिक बड़े शहरों में एफएमसीजी और ग्रॉसरी के सामानों की बिक्री 15 फीसदी गिर गई वहीं दस लाख की कम आबादी वाले शहर में यह गिरावट सात फीसदी है. बिजोम 75 लाख रिटेल स्टोर से ट्रांजेक्शन करती है. फर्म ने कहा है कि शहरी इलाकों में मार्च की तुलना में एफएमसीजी और ग्रॉसरी की बिक्री में सीधे 17.6 फीसदी की गिरावट आई है. रांची, लखनऊ, नासिक, आसनसोल, राजकोट और जोधपुर वे शहर हैं, जहां एफएमसीजी सामानों की बिक्री सबसे ज्यादा गिरी है.
लॉकडाउन की वजह से सप्लाई चेन पर असर
महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और ओडिशा समेत लगभग 12 ऐसे राज्य हैं, जहां आंशिक लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू की वजह से दुकानों के खोलने का समय सीमित कर दिया है. यहां सिर्फ चार-पांच घंटे ही दुकानें खोलने की इजाजत है. कुछ राज्यों में सुबह 6 से 7 बजे तक ही दुकानें खोलने की इजाजत है. विश्लेषकों का कहना है कि सामान की सप्लाई चेन प्रभावित होने से इसकी बिक्री घटी है. अगर लॉकडाउन और बढ़ाने का फैसला किया गया तो बिक्री में और ज्यादा गिरावट आने की आशंका है. इसके साथ ही सामानों के दाम बढ़ने की आशंका है. कई कंपनियों ने प्रोडक्शन भी धीमा किया है.
कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी, एक ही सप्ताह में लगभग दोगुनी हुई
महंगाई पर लगाम लगाने की तैयारी, जानिए- खाद्य तेलों की कीमत एक साल में कितने बढ़ी है?
Source link