देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में काफी तेजी आई है। इसका बुरा असर बाजार पर भी पड़ा है। बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखी गई। बुधवार को आई गिरावट के कारण निवेशकों के 3.22 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। निवेशकों के हर मिनट 860 करोड़ का नुकसान हो रहा था। 30 कंपनियों वाली बाॅम्बे स्टाॅक एक्सचेंज की मार्केट कैपिटल घटकर 202.53 लाख करोड़ रह गई।
कोरोना के बढ़ते मामलों से शेयर बाजार में आई भारी गिरावट, 871 अंक गिरा सेंसेक्स
बुधवार को कोरोना के मामले एक बार 40 हजार के अधिक आए। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की एक नई गाइडलाइन जारी की। यह नई गाइडलाइन 30 अप्रैल तक लागू रहेगी। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बुधवार को बाजार में गिरावट देखी गई। बीएसई का सेंसेक्स 871.13 अंक यानी 1.74 फीसदी लुढ़ककर 49,180.31 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 265.35 अंक यानी 1.79 फीसदी गिरकर 14,549.40 के लेवल पर बंद हुआ।
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टाटा स्टील को आज सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्टस्, हिंडाल्को, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक के स्टाॅक लाल निशान पर बंद हुए। जबकि दवा बनाने वाली कंपनी सिप्ला 1.82 फीसदी का फायदा हुआ, वहीं एशियन पेंट्स और पावर ग्रिड भी आज फायदे में रहे।
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जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी चिंता का कारण है। बाजारों को 2021 में वैश्विक जीडीपी वृद्धि में तेज सुधार की उम्मीद की थी, लेकिन अब जर्मनी, फ्रांस और इटली के कुछ हिस्सों में तीसरी लहर और सीमित लॉकडाउन के चलते वृद्धि अनुमान से कम रह सकती है।
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