डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय रुपये की कीमत में लगातार छठे दिन गिरावट जारी रही। कोविड-19 के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन की चिंताओं के बीच 75 डॉलर प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। भारतीय करंसी लंबे अरसे के बाद फिसलकर 75 रुपये प्रति डॉलर से नीचे आ गई है। सोमवार को रुपये का भाव 75.14 रुपये प्रति डॉलर तक टूटा, जो कि करीब आठ महीने का निचला स्तर है। रुपया 75.05 डॉलर प्रति डॉलर पर बंद हुआ है।
विश्लेषकों ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और विदेशी कोषों के आउटफ्लो के साथ ही इक्विटी बाजार में गिरावट का असर भी भारतीय मुद्रा पर पड़ा है। घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण रुपये की चाल सुस्त पड़ गई है। भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को 2021 के दौरान एक ही दिन में सबसे अधिक गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 1,707.94 अंक गिरकर 47,883.38 पर बंद हुआ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के बीच बड़े पैमाने पर तेजी की भावनाओं के बाद, उन्होंने अब भारतीय इक्विटी से निवेश निकालना शुरू कर दिया है। अप्रैल में अब तक उन्होंने इक्विटी मार्केट से 1,348 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश निकाला है।
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