नई दिल्ली: ऐसी खबरें सामने आ रही थी कि किराये पर होटल रूम उपलब्ध करवाने वाली कंपनी ओयो (OYO Rooms) ने दिवालिया के लिए आवेदन किया है. हालांकि इन खबरों का खुद कंपनी के सीईओ ने ही खंडन कर दिया है और उन्होंने मामला कुछ और ही करार दिया है.
ओयो रूम देश और विदेश में होटल रूम उपलब्ध करवाती है. ओयो के जरिए ऑनलाइन होटल रूम बुक किए जा सकते हैं. हालांकि अब ऐसी खबरें सामने आई हैं, जिसमें दावा किया गया कि ओयो कंपनी दिवालिया हो चुकी है. हालांकि ऐसी खबरों को ओयो रूम्स के फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल ने खारिज कर दिया है.
There is a PDF and text message circulating that claims OYO has filed for bankruptcy. This is absolutely untrue and inaccurate. A claimant is seeking INR 16Lakhs (USD 22k) from OYO’s subsidiary leading to a petition at NCLT. 1/3
— Ritesh Agarwal (@riteshagar) April 7, 2021
रितेश अग्रवाल ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि ऐसी खबरें हैं कि ओयो ने दिवालिया के लिए आवेदन किया है. यह सच नहीं है. दरअसल, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने ओयो ग्रुप की एक सब्सिडियरी के खिलाफ कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी प्रोसिडिंग को मंजूरी दी है. यह 16 लाख रुपये के बकाये को लेकर फाइल की गई ऐप्लीकेशन पर बेस्ड है.
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— Ritesh Agarwal (@riteshagar) April 7, 2021
बता दें कि NCLT ने ओयो ग्रुप की सब्सिडियरी ओयो होटल्स एंड होम्स प्राइवेट लिमिटेड (OHHPL) के खिलाफ कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी प्रोसिडिंग को मंजूरी दी है. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के आदेश में कहा गया कि OHHPL के क्रिएटर्स को इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल को 15 अप्रैल से पहले अपने क्लेम सौंपने को कहा गया है.
मामले को दी चुनौती
वहीं इस आदेश की एक कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कंपनी के दिवालिया होने की अफवाहें पैदा हुईं. इस मामले पर रितेश अग्रवाल ने कहा है कि ओयो की ओर से पहले ही ये भुगतान कर दिया गया है. वहीं अब इस आदेश के खिलाफ ओयो एनसीएलएटी पहुंच चुका है और मामले को चुनौती दी है.
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