मांस, मछली या डेयरी और अंडे समेत सभी प्रकार के पशु प्रोडक्ट्स से खाली डाइट स्वास्थ्य, पर्यावरणीय और नैतिक कारणों से लोकप्रिय हो रही है. पूर्व के रिसर्च में वीगन और वेजिटेरियन डाइट्स का संबंध दिल की बीमारी के कम खतरे लेकिन फ्रैक्चर के अधिक जोखिम से कैल्शियम के कम सेवन के कारण जोड़ा गया है. लेकिन बच्चों पर प्रभाव का इस सप्ताह जारी होनेवाले रिसर्च के नतीजों तक मूल्यांकन नहीं किया गया था.
बच्चों में वीगन डाइट के खतरे का मूल्यांकन
शोधकर्ताओं ने मांस खानेवालों के मुकाबले वीगन बच्चों में ज्यादा छोटा कद और कमजोर हड्डियों के बीच संबंध पाया है. लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि वीगन डाइट्स अंतर का कारण बनी और न ही उन्होंने ये कहा कि अंतर वयस्क होने पर जारी रहेगा. अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, पोलैंड में 5-10 साल की उम्र के बच्चों में अंतर का परीक्षण किया गया. रिसर्च के जरिए शोधकर्ताओं ने ‘बच्चों के लिए वीगन डाइट के खतरे को समझने की कोशिश की.
2014 और 2016 के बीच 187 स्वस्थ बच्चों को शामिल किया गया, उसमें 63 बच्चे वेजिटेरियन, 52 वीगन और 72 मांस खानेवाले यानी सर्वाहारा थे. डेटा को पूरा करने के लिए वृद्धि, शरीर का ढांचा, हृदय जोखिम और वेजिटेरियन या वीगन बच्चों में सूक्ष्म पोषक तत्व पर फोकस रहा. फिर उसकी तुलना बच्चों के उस समूह से की गई जो अपनी डाइट में मांस शामिल करते थे. चूंकि रिसर्च अवलोकनात्मक था, इसलिए शोधकर्ताओं ने बच्चों की डाइट में कोई बदलाव नहीं किया. उन्होंने उन बच्चों को शामिल किया जो पहले इस तरह की डाइट्स का सेवन कर रहे थे.
रिसर्च में कद की कमी और कमजोरी का खुलासा
रिसर्च के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि जिन बच्चों ने पौधे आधारित डाइट यानी वीगन डाइट का पालन किया, उनका कद औसतन मांस खानेवालों के मुकाबले 3 सेंटीमीटर ज्यादा छोटा था. उन्होंने ये भी पाया कि वीगन डाइट वाले बच्चों को पोषण की कमी का ज्यादा खतरा था. उनको अपनी डाइट में विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी और आयरन के कम लेवल होने की ज्यादा संभावना रही. वीगन डाइट पर निर्भर बच्चों में हड्डी के लिए जिम्मेदार मिनरल 5 फीसद कम पाया गया. शोधकर्ताओं ने कहा कि ये महत्वपूर्ण है क्योंकि हड्डी के मिनरल की सामग्री जितना अधिक होगी, हड्डी के मिनरल का घनत्व उतना ही ज्यादा होगा.
उन्होंने बताया कि पांच फीसद का अंतर चिंताजनक है, क्योंकि इस उम्र में लोगों के पास सीमित समय होते हैं, जिसमें पोषण की कमी के शिकार बच्चे हड्डी के मिनरल का घनत्व अनुकूल कर सकते हैं, यानी बोन मास का 95 फीसद 20 साल की उम्र तक प्राप्त किया जा सकता है. हड्डी के घनत्व की कमी का संबंध बाद की जिंदगी में फ्रैक्चर के अधिक दर से जुड़ता है. कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन हड्डी के विकास और वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं. वीगन डाइट में इन पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, क्योंकि उसका मुख्य स्रोत पशु प्रोडक्ट्स से आता है.
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