देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने होम लोन की अपनी न्यूनतम ब्याज दर चौथाई फीसदी ( 25 बेसिस प्वाइंट) बढ़ा दी है. अब यह दर 6.70 से बढ़ कर 6.95 फीसदी हो गई है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2021 से लागू हो गई है. एसबीआई के इस कदम के बाद दूसरे बैंकों की ओर से भी होम लोन की न्यूनतम ब्याज दरों में इजाफे की संभावना बन गई है. इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि आने वाले दिनों में होम लोन की सभी दरों में बढ़ोतरी हो सकती है.
सभी होम लोन में प्रोसेसिंग फीस जोड़ी
बैंक ने न सिर्फ न्यूनतम ब्याज दर बढ़ाई है बल्कि सभी होम लोन पर प्रोसेसिंग फीस जोड़ दी है. यह नियम 1 अप्रैल 2021 से लागू हो गया है. एसबीआई प्रोसेसिंग फीस के तौर पर लोन के साथ 0.40 तक अमाउंट ले सकता है. यह राशि न्यूनतम 10 हजार और अधिकतम 30 हजार रुपये तक हो सकती है. 1 मार्च, 2021 को एसबीआई ने होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर 6.80 से घटा कर 6.70 फीसदी कर दी थी. हालांकि बैंक का यह ऑफर घर खरीदने वालों को आकर्षित करने के लिए खास ऑफर था.
कितनी होगी प्रोसेसिंग फीस?
हालांकि एसबीआई ने साफ किया है वैसे लोन जिनमें बिल्डर-टाई-अप प्रोजेक्ट जिनमें टाइटिल इनवेस्टिगेशन रिपोर्ट और वैल्यूएशन की जरूरत नहीं पड़ती है, उनमें प्रोसेसिंग फीस कुल लोन अमाउंट का 0.40 फीसदी होगी. यह दस हजार रुपये और जीएसटी से ज्यादा नहीं होगी. जहां टाइटिल इनवेस्टिगेशन रिपोर्ट की जरूरत होती है, उसमें पहले की तरह ही नॉर्मल चार्ज लगेगा. बैंक ने 31 मार्च 2021 तक होम लोन प्रोसेसिंग फीस पर रोक लगा दी थी.
अन्य बैंक भी एसबीआई के नक्शे-कदम पर चल सकते हैं
पिछले महीने एसबीआई कहा था कि इसका होम लोन पोर्टफोलियो पांच लाख करोड़ रुपये का है. यह देश का सबसे बड़ा होम लोन पोर्टफोलियो है. एसबीआई का दावा है वह इस सेगमेंट में मार्केट लीडर है. एसबीआई की ओर से अन्य होम लोन की दरें बढ़ाने की भी संभावना है. अगर एसबीआई ने अन्य होम लोन दरों को बढ़ाया तो एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा भी होम लोन की ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं.
सॉवरेन वेल्थ और पेंशन फंड्स को आकर्षित करने पर पूरा जोर, सरकार ने उठाए ये खास कदम
FD से मिलने वाला रियल रिटर्न रह सकता है कम, बैंक डिपॉजिट पर निर्भर रहने वालों को उठाना पड़ेगा नुकसान- रिपोर्ट
Source link