डिजिटल डेस्क (भोपाल)। 10 साल पहले 30 मार्च 2011 को भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच मोहाली-चंडीगढ़ में खेला गया था। एक इंटरव्यू में सचिन ने कहा कि था वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले कई दिनों तक ठीक से सोए नहीं थे। क्योंकि यह वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच था और सचिन अपने शतकों के शतक से सिर्फ भी 1 शतक दूर थे।
24 मार्च को क्वार्टर-फाइनल में इंडिया ने आस्ट्रेलिया को हराया था और 30 मार्च को पाकिस्तान से सेमी-फाइनल में भिड़त होनी थीं। इस मैच में शतक के करीब पहुंचकर भी तेंदुलकर उसे पूरा नहीं कर सके। हालांकि, पाकिस्तान ने सचिन का पूरा साथ दिया और इस मैच में उन्हें चार जीवनदान मिले। फिर भी सचिन 85 रन बना कर आउट हो गए। टीम इंडिया ने 260 रन का लक्ष्य पाकिस्तान के सामने रखा।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था। भारत ने तेंदुलकर 85 रन और वीरेंद्र सहवाग के 38 रनों की बदौलत 260 रन बनाए। पाकिस्तान की तरफ से वहाब रियाज ने 5 विकेट लिए। हालांकि, यह टोटल कुछ खास नहीं था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त खेल दिखाया और पाकिस्तान की पूरी टीम 231 रन पर आउआउट हो गई और भारत ने 29 रन से यह मैच जीत लिया।
पाकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी थे और पाक की तरफ से सिर्फ मिस्बाह-उल-हक अर्धशतकीय पारी खेल सके। भारत के सभी पांच गेंदबाजों जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने 2-2 विकेट लिए। सचिन को मैन ऑफ दा मैच चुना गया।
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