डोमिनिका में जमानत मिलने के बाद भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने भारतीय एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अपने वकील के जरिए इंडिया टीवी को भेजे एक वॉइस मैसेज में चोकसी ने भारतीय एजेंसियों पर उसे किडनैप करने का आरोप लगाया है। वॉइस मैसेज में चोकसी ने कहा कि “मैं ये सोच भी नहीं सकते कि भारतीय एजेंसियों द्वारा मेरा सारा कारोबार बंद कर दिया जाएगा साथ ही मेरी संपत्तियां जब्त कर ली जाएगा या मेरे अपहरण का भी प्रयास किया जाएगा।”
इससे पहले डोमिनिका हाई कोर्ट ने इसी हफ्ते सोमवार को मेहुल चोकसी की अपील को स्वीकार करत हुए उसे एंटीगुआ जाने की इजाजत दे दी थी। कोर्ट ने उसकी सेहत को ध्यान में रखते हुए उन्हें एंटीगुआ जाने की इजाजत दी थी। बता दें, डोमनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश के आरोप में वह 51 दिन तक वहां पर हिरासत में था।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का भगोड़ा आरोपी मेहुल चौकसी अब भारत लौटने की बात कर रहा है। चोकसी ने अपने बयान में कहा कि मैं भारत में खुद को बेगुनाह साबित करना चाहता हूं। पीएनबी के 13,500 करोड़ रू लेकर भागा आरोपी कह रहा है वो तो कब से भारत लौटकर अपनी बेगुनाही साबित करने के बारे में सोच रहा है। लेकिन इस बयान के साथ चोकसी ने भारतीय एजेंसियों पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। चोकसी का कहना है कि 51 दिन पहले भारतीए एंजेंसियों ने उसे किडनैप करवाया, इस दौरान उसे टॉर्चर किया गया और अब उसकी मेडिकल कंडीशन बेहद खराब है।
भारत लौटने पर विचार
मेहुल चोकसी ने अपने बयान में कहा है मैं भारत आकर खुद को निर्दोष साबित करने पर लगातार विचार कर रहा हूं. पहले से ही खराब मेरी मेडिकल कंडीशन 50 दिनों में बुरी तरह बिगड़ी है। मैं भारत में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। इसलिए मैं भारतीय एजेंसियों से कह चुका हूं स्वास्थ्य कारणों से वो एंटीगा आकर मुझसे पूछताछ कर लें। मैं हमेशा सहयोग के लिए तैयार था। लेकिन जिस तरह मुझे किडनैप किया गया वो मेरी कल्पना से परे था।
गुमराह करने की कोशिश
चोकसी के ताजा बयान गुमराह करने की कोशिश भर हैं। जिस 51 दिनों की हिरासत को मेहुल चौकसी किडनैपिंग कह रहा है, वो मामला दरअसल किसी दूसरे देश में गैरकानूनी एंट्री का है। ये चोकसी को मिली जमानत से साफ हो जाता है। डोमिनिका में मेहुल चौकसी गैरकानूनी एंट्री के आरोप में पकड़ा गया था । 23 मई को डोमिनिका की एजेंसियों ने चौकसी को हिरासत में लिया था । भारत से फरार होने के बाद 2018 से मेहुल चौकसी एंटीगुआ की नागरिकता लेकर वहीं रह रहा है । चोकसी के वकीलों का आरोप था कि 23 मई को एंटीगुआ के जॉली हार्बर से कुछ पुलिसवालों ने उसका अपहरण किया था। अपहरण करने वाले पुलिसकर्मी एंटीगुआ और भारत के नागरिक लग रहे थे। उसके 51 दिन बाद चोकसी को डोमनिका कोर्ट से मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मिली है।
चोकसी को दिमाग से जुड़ी बीमारी
कोर्ट को दिए दस्तावेजों के मुताबिक चोकसी को हेमाटोमा, दिमाग से जुड़ी एक बीमारी है, जिसका इलाज डोमिनिका में नहीं हैं। इसी बीमारी के बहाने मेहुल चोकसी को डोमिनिका से जमानत मिली और अब इसी की आ़ड़ में भगोड़ा आरोपी भारतीय एजेंसियों पर निशाना साध रहा है।
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