बीहड़ों की देवी पीताम्बरा के आने वाले भक्त ना केवल आम जनता होती है बल्कि, राजनेताओं से लेकर फिल्म सटार्स इनके भक्त हैं. आप इसको डर कहें या आस्था पर नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनके सामने सर झुकाया है.
इंदिरा गांधी, पीवी नरसिम्हा, राजमाता विजयाराजे सिंधिया सहित देश की कई हस्तियां इनकी भक्त रही हैं. आपको हैरानी होगी ये बात जानकर पर सन् 1962 में जब भारत और चीन आमने-सामने खड़े हुए थी तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दतिया में स्थित पीतांबरा से मदद मांगी थी जिसके बाद 11वें दिन ही युद्ध पर विराम लग गया था.
11वें दिन चीनी सेनाएं वापस लौट गई थीं
बताया जाता है कि उस वक्त युद्ध के दौरान मां पीतांबरा के स्वामी जी ने प्रधानमंत्री नेहरू की गुजारिश पर देश की रक्षा को ध्यान में रखते हुए मां बगलामुखी का 51 कुंडीय महायज्ञ कराया था. जिसके बाद 11वें दिन अंतिम आहुति के साथ चीनी सेनाएं वापस लौट गई थीं.
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में मां पीतांबरा को राजसत्ता की देवी के रूप में देखा जाता है. कहा जाता है कि यहां आकर भक्त गुप्त पूजा अर्चना करते हैं. कहा जाता है कि भक्तों मां के दर्शन एक छोटी खिड़की से करते हैं. वहीं, वनखंडेश्वर महादेव शिवलिंग जो मंदिर प्रांगण में स्थित है उसको महाभारत काल का बताया जाता है. यहां पूर्व राष्ट्रपति प्रण्ब मुखर्जी से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े दिग्गज नेताओं इनके भक्त हैं.
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