स्मार्टफोन हमारी लाइफ का एक जरूरी हिस्सा बन गया है. कोरोना वायरस महामारी के चलते एक बार फिर से स्कूलों को बंद किया गया है. ऐसे में बच्चों का ज्यादातर वक्त स्मार्टफोन और लैपटॉप पर ही गुजर रहा है. सोशल मीडिया के साथ-साथ ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज भी तेजी से बढ़ा है. इंटरनेट पर कई सारे ऐसे गेम्स हैं जिनकी बच्चों को लत लग गई है. हाल ही में कर्नाटक से खबर आई थी कि पबजी के चलते एक 12 साल के मासूम की हत्या कर दी गई. ये ऑनलाइन गेम काफी खतरनाक हो सकते हैं. पैरेंट्स को बच्चों की स्मार्टफोन एक्टिविटी पर नजर रखने होगी. इसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर पैरेंट्स टूल्स अवेलेबल हैं. आइए जानते हैं ये क्या है और कैसे काम करता है.
पैरेंटल कंट्रोल टूल्स से होगी मदद
आपका बच्चा मोबाइल पर क्या कर रहा है या फिर क्या देख रहा है ये आपको पता होना चाहिए. बच्चे के मोबाइल स्क्रीन एक्सेस पर आपकी नजर होनी चाहिए. इसके लिए आपर हर वक्त उसके साथ नहीं रह सकते है इसलिए पैरेंटल कंट्रोल टूल्स निगरानी रखने के लिए मददगार साबित हो सकता है.
पैरेंटल कंट्रोल टूल कैसे करता है काम
पैरेंटल कंट्रोल टूल के जरिए बच्चों के मोबाइल स्क्रीन टाइम को मैनेज कर सकते हैं. यह टूल एंड्रॉयड और आइओएस दोनों में अवेलेबल है. इसके जरिए सोशल मीडिया मॉनीटरिंग, वेब फिल्टरिंग, लोकेशन ट्रैकिंग, यूट्यूब वीडियो वॉच टाइम पर निगरानी की जा सकती है. इसके अलावा ऐसे ऐप्स जो आपके बच्चे के लिए नुकसानदायक हैं उन्हें ब्लॉक भी कर सकते हैं. साथ ही साथ टाइम लिमिट भी सेट कर सकते हैं.
छुड़ा सकेंगे लत
इससे आपको पता चल सकेगा कि आपका बच्चा मोबाइल पर सबसे ज्यादा क्या करता है. अगर वह किसी खास गेम या फिर ऐप में अपना ज्यादा वक्त बिताता है और उसे लत लग चुकी है तो आप उसकी ये लत छुड़ा सकेंगे.
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