अगर आपको अपने उबाऊ ब्रेकफास्ट को स्वादिष्ट बनाना है, तो एक जरिया है अपने प्लेट में काला जामुन शामिल करें. स्वाद का ताजा मौका देने के अलावा, जामुन पोषक तत्वों का भरपूर स्रोत भी है. कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि ये ‘एंटीऑक्सीडेंट्स का राजा’ है. उसमें एंथोसायनिन होता है, इस तरह उम्र बढ़ने के खिलाफ मदद करता है. काला जामुन कैंसर, डीएनए क्षति के खिलाफ सुरक्षा देता है और दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज को रोकता है और स्मृति से जुड़े काम को सुधारता है.
जामुन के फायदे जानना चाहिए
ये लो कैलोरी हाई पोषण होने के चलते घने पोषक तत्वों वाला फूड होता है. ब्लूबेरी को आसानी से काला जामुन के साथ बदला जा सकता है. भारतीय ब्लैकबेरी के नाम से परिचित काला जामुन ‘देवताओं के फल’ के रूप में बयान किया जाता है , गर्मी में उपलब्ध होता है, सूरज की तपिश से लड़ने के लिए अच्छा होता है. ये फल पॉलीफेनोलिक यौगिकों का समृद्ध स्रोत है. आयुर्वेद मजबूती से दिल, गठिया,अस्थमा, पेट दर्द, आंत में ऐंठन, पेट फूलना, पेचिश संबंधित कई स्थितियों के लिए इलाज में फल का समर्थन करता है. जामुन का मूत्रवर्धक प्रभाव किडनी से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालता है, जबकि फाइबर की उच्च मात्रा पाचन में सहयोग करती है और मतली, उल्टी को रोकती है.
मसूढ़े की सेहत के लिए भी फल बहुत अच्छा होने के साथ मुंहासे को रोकने में मदद करता है. कई रिसर्च से साबित हुआ है कि जामुन में अल्कालॉइड की अधिक मात्रा मौजूद होने की वजह से ये हाई शुगर लेव या हाइपोग्लाइसेमिया को काबू करने में प्रभावी है. फल के बीज से अर्क के अलावा, पत्तियां और छाल आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल की वृद्धि को कम करने में फायदेमंद हैं. काला जामुन का बीज उतना ही फायदेमंद है जितना कि खुद फल.
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