जापान में एक शीर्ष मेडिकल संगठन ने टोक्यो ओलंपिक्स को कैंसिल करने के लिए जोर लगा दिया है, ये कहते हुए कि अस्पताल पहले ही भरे हुए हैं क्योंकि देश कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि से लड़ रहा है. 14 मई को प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा को लिखे खुले खत में टोक्यो मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन ने बताया कि मेजबान शहर में अस्पताल भर गए हैं और करीब कोई अतिरिक्त क्षमता नहीं बची है.
जापान में शीर्ष मेडिकल संगठन की मांग
चिट्ठी में लिखा गया, "हम पुरजोर अनुरोध करते हैं कि अधिकारी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी को समझाए कि ओलंपिक्स का आयोजन कराना कठिन है और खेलों को रद्द करने का अपना फैसला हासिल करे." एसोसिएशन में करीब 6 हजार प्राथमिक केयर डॉक्टर्स का प्रतिनिधित्व है. उसने संक्रमण में उछाल के बीच अपील की. प्रधानमंत्री सुगा ने शुक्रवार को टोक्यो और कई अन्य प्रांतों में तीसरे चरण की इमरजेंसी को 31 मई तक बढ़ा दिया है. लेकिन उनका कहना है कि सुरक्षित टोक्यो ओलंपिक गेम्स का आयोजन कराना संभव है अगर कड़े सुरक्षात्मक उपाय लागू किए जाएं.
टोक्यो ओलंपिक्स गेम्स किया जाए कैंसिल
जापानी आबादी की अधिकतर संख्या इस साल ओलंपिक्स कराने के विरोध में है. 350,000 से ज्यादा हस्ताक्षर के साथ ऑनलाइन याचिका शुक्रवार को स्थानीय आयोजकों, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी और अन्य को सौंपी गई है, जिसमें टोक्यो ओलंपिक गेम्स को स्थगित करने की मांग है. टोक्यो मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन का कहना है कि कोविड-19 से निपट रहे मेडिकल संस्थानों को रोगियों में गर्मी की थकावट से निपटने में अतिरिक्त दुश्वारी होगी. और अगर ओलंपिक्स मौत में बढ़ोतरी को योगदान देता है, तो ‘जापान अधिकतम जिम्मेदारी वहन करेगा.’ अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ और मेडिकल समूहों ने ओलंपिक्स पर अपनी चिंता जाहिर की है. महामारी रिस्पॉन्स के सरकार के सलाहकार और क्योटो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हिरोशी निशुआरा ने अधिकारियों से अप्रैल में आगे एक साल के लिए स्थगित करने का आग्रह किया था, जिससे अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करने के लिए समय मिल सके.
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