डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओलंपिक खेल जितने नजदीक आ रहे हैं भारत के दिल की धड़कन उतनी ही तेज हो रही है। इस बार भी भारत के कई खिलाड़ी इन खेलों में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं। उन खिलाड़ियों के बीच सबसे ज्यादा नजरें टिकी हैं हॉकी टीम पर। वो इसलिए कि यही वो खेल हो जो पहले भी ओलंपिक में भारत का परचम बुलंद कर चुका है। लिहाजा इस बार भी भारत की यही ख्वाहिश है कि हॉकी इंडिया ऐसा ही कोई करिश्मा दिखाए और सोना जीत कर आए।
मनप्रीत करेंगे अगुवाई
इंडियन हॉकी टीम इस बार मनप्रीत सिंह की अगुवाई में ओलंपिक्स में शामिल हो रही है। मनप्रती ओलंपिक में बॉक्सिंग चैंपियन मैरीकॉम के साथ उद्घाटन कार्यक्रम में भारत का ध्वज उठाए भी नजर आएंगे। मनप्रीत से उम्मीदें इसलिए भी बढ़ी हैं कि वो पिछले कुछ मैचों में अपनी टीम स्किल्स और शानदार प्रदर्शन के जरिए हॉकी टीम को जीत भी दिलवा चुके हैं। मनप्रीत की कप्तानी में भारतीय टीम ने पिछले कुछ सालों मे काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां उन्होंने अलग-अलग टूर्नामेंट्स में 4 गोल्ड, 5 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं।
2019 में मनप्रीत को एफआईएच(FIH) द्वारा साल का सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी सम्मान से नवाजा गया था। यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। मनप्रीत का यह तीसरा ओलंपिक इवेंट होगा। जिसमें उनके साथ मौजूद होंगे डिफेंडर के रूप में बीरेंद्र लकड़ा और हरमनप्रीत सिंह । हरमनप्रीत सिंह ने 2015 में डेब्यू किया था। हरमनप्रीत सिंह ने मनप्रीत की गैरमौजूदगी में भारत की अगुवाई करते हुए 2019 में एफआईएच ओलंपिक टेस्ट खिताब जीता था। इन दो मंझे हुए खिलाड़ियों के अलावा टीम में 4 पुराने और 10 नए खिलाड़ी हैं।
टीम की यही मजबूती भारत को यकीन दिला रही है कि इस ओलंपिक में चालीस साल पुराना सूखा टूट सकता है और टीम हॉकी एक बार फिर ओलंपिक में चमक सकती है। इस बार ओलंपिक में इंडिया को पूल ए में रखा गया है।जिसमें उसका मुकाबला रियो गोल्ड मेडल विजेता अर्जेंटीना और तीन बार की वर्ल्ड चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से होगा। साथ ही न्यूजलैंड, स्पेन और मेजबान टीम जापान भी इसी पूल में हैं। जिनके साथ अपने सफर की शुरूआत टीम 24 जुलाई से न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल कर करेगी।
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