पालघर: महाराष्ट्र के पालघर में टोल के पैसे देने को लेकर हुए विवाद के बाद कैब ड्राइवर की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 2 भाइयों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों ने कैब ड्राइवर की हत्या करने के बाद उसके शव को मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे के नजदीक एक गांव के पास फेंक दिया था। ठाणे-पालघर जिलों की मीरा भयंदर वसई विरार (MBVV) पुलिस कमिश्नरी के तहत विरार पुलिस ने इस मामले में युसुफ चौस (35) और मुस्ताकिन चौस (25) नामक 2 सगे भाइयों को बुधवार को गिरफ्तार किया।
‘लोनावला जाने के लिए बुक की थी कैब’
विरार पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक सुरेश वराडे ने बताया कि आरोपियों ने पिछले महीने मुंबई से पुणे के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल लोनावला जाने के लिए कैब बुक की थी। रास्ते में राजमार्ग के टोल के भुगतान को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों भाइयों ने मिलकर कैब ड्राइवर संतोष झा (52) की हत्या कर दी और उसके शव को मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के नजदीक पंगोली नामक एक गांव में पुल के नीचे फेंक दिया। पुलिस निरीक्षक के मुताबिक हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी कार को मुंबई से 375 किलोमीटर दूर कोल्हापुर लेकर गए और वहां छिपा दी।
विरार में दर्ज हुआ था गुमशुदगी का केस
लोनावला पुलिस ने इस घटना को लेकर दुर्घटनावश मौत होने का मामला दर्ज किया था जबकि विरार पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति के लापता होने का मामला दर्ज किया था। पुलिस 17 जून से ही पीड़ित की तलाश कर रही थी। विरार पुलिस ने बुधवार को इस वारदात में दोनों भाइयों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 201 (अपराध के सुबूत मिटाना) और 34 (समान इरादा) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी मूल रूप से कर्नाटक के निपानी के रहने वाले हैं और मुंबई के उपनगर कांदीवली में निर्माण क्षेत्र में काम करते थे। पुलिस इनकी आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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