डिजिटल डेस्क, पेशावर। यूएई से पाकिस्तान के पेशावर एयरपोर्ट पहुंचे 24 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया। ट्रेन्ड डॉग्स ने इन यात्रियों को कोरोनावायरस के कैरियर के रूप में आइडेंटिफाई किया था। बता दें कि हाल ही में यूके की एक रिसर्च सामने आई थी जिसमें कहा गया था कि विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्ते सूंघकर तेजी से 94.3 प्रतिशत सेंसिटिविटी और 92 प्रतिशत स्पेसिफिसिटी के साथ कोविड-19 का पता लगा सकते हैं।
एयरोपोर्ट अथॉरिटीज ने कहा, अबू धाबी से उड़ी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट PK-218 ने पेशावर के बच्चा खान इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 128 यात्रियों के साथ लैंड किया। एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों का रेपिड स्वैब टेस्ट किया गया। इन 128 यात्रियों में से 24 को ट्रेन्ड डॉग्स ने कोरोनावायरस के कैरियर के रूप में आइडेंटिफाई किया। यात्रियों के विरोध के बावजूद प्रभावित मरीजों को तुरंत पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिशियल्स की मदद से पेशावर के क्वारंटीन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया।
बता दें कि एयरपोर्ट और दूसरी सार्वजनिक जगहों पर कोरोना वायरस को पहचान लेने के लिए कुत्तों का इस्तेमाल करने के बारे में कई देश कई महीनों से विचार कर रहे हैं। जर्मनी में जानवरों के एक क्लिनिक में इंसानी थूक में कोविड-19 के वायरस को सूंघ लेने के कुत्तों को प्रशिक्षित किया गया है। अधिकारियों ने दावा किया है कि यह कुत्ते 94 प्रतिशत मामलों में वायरस को सूंघ लेने के लिए सक्षम हैं। फिनलैंड में इस तरह के कुत्तों का इस्तेमाल हेलसिंकी एयरपोर्ट पर सितंबर 2020 से किया जा रहा है। चिली के सैंतिआगो हवाई अड्डे पर इस तरह के कुत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बीते दिनों यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया स्कूल ऑफ वेटरीनरी मेडिसिन वर्किंग डॉग सेंटर की निदेशक सिंथिया ओट्टो ने कहा था कि अभी कुत्तों के जरिए टेस्ट कराने की विधि का प्रैक्टिकली लागू करना मुश्किल है। क्योंकि इस पर जीवों के लिए काम करने वाले संस्थान आवाज उठाने लगेंगे। लेकिन कुत्तों की खासियत ये होती है कि वो पेशाब सूंघकर बता देगा कि पॉजिटिव है या निगेटिव है। सिंथिया ने कहा कि कुत्ते अलग-अलग तरह की खुशबू पहचानते हैं। ये अलग-अलग बीमारियों से संबंधित गंध पहचानते हैं। कोरोनावायरस की गंध तो थूक और पसीने के सैंपल में भी आती है। जिसे कुत्ते आसानी से पहचान लेते हैं।
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