जापान में रेस्क्यू टीम को उस वक्त शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा जब उसे पता चला कि ‘डूबती हुई महिला’ कुछ और है. भीड़ पानी में तैरती हुई महिला के नाटकीय रेस्क्यू को देखने के लिए इकट्ठा हो गई. दमकल, एंबुलेंस, पुलिस कर्मियों ने पानी में तैरते हुए शव को बाहर निकाला तो पता चला कि संकट में युवती नहीं बल्कि एक सेक्स डॉल थी.
’डूबती महिला’ को बचाने का प्रयास शर्मनाक स्थिति में बदला
हाकिनोहे शहर में मौके पर मौजूद एक यूट्यूबर तनाका नात्सुकी नामी महिला ने देखा कि एंबुलेंस कर्मी, पुलिस कर्मी और दमकल कर्मी महिला को बचाने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने कहा, "मैं फिशिंग वीडियो के लिए शूटिंग कर रही थी, मैंने भी यही सोचा कि तैरता हुआ कोई शव है. लोगों ने ये देखकर अधिकारियों को बुलाया और देखते-देखते एंबुलेंस, दमकल की कतार लग गई. लेकिन, जब इस महिला को बचाया गया तो सभी लोगों ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया."
शव समझकर किया गया रेस्क्यू तो पता चला सेक्स डॉल है
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. लोगों ने कहा कि कोई भी इसे वास्तविक बचाव के लिए गलत समझ सकता है. एक यूजर ने लिखा, "लेकिन मैं वही गलती दोहराऊंगा, अगर मैं रात में फिशिंग कर रहा होता और ऐसा दृश्य देखता." एक प्रत्यक्षदर्शी ने लिखा, "निश्चित रूप से ये कुछ लोगों के लिए फनी हो सकता है, लेकिन आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए बिल्कुल नहीं. इसलिए, लोगों को चाहिए कि अपना कूड़ा ठीक ढंग से डिस्पोज करें."
सेक्स इंडस्ट्री से जुड़ी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जापान में हर साल 2000 सेक्स डॉल्स की बिक्री होती है. लोगों की मान्यता है कि सेक्स डॉल्स उनके लिए इंसानों की तरह महत्व रखते हैं और बिना सोचे समझे फेंक देने को दुर्भाग्य समझा जाता है. सेक्स डॉल्स पार्टनर्स के साथ भावनात्मक लगाव रखनेवालों के लिए सेवाएं उपलब्ध हैं. कुछ कंपनियां उनके लिए खास अंतिम संस्कार कराने के पेशे से जुड़ी हैं. अंतिम समारोह के वक्त उनको ताबूत में रखा जाता है, कपड़े में लपेटा जाता है और हार के साथ सजाया जाता है.
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