तेजप्रताप का जगदानंद सिंह पर पलटवार, कहा-लालू जी से पूछिये हू इज तेजप्रताप यादव
पटना: पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की अंदरुनी कलह सामने आ रही है। बिहार के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप के बीच मतभेद भी सामने आ चुके हैं। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक सवाल पर सीधा कह दिया कि कौन है तेजप्रताप यादव? उन्होंने कहा कि वह सिर्फ लालू यादव को जानते हैं और जो अध्यक्ष हैं। जगदानंद के इस बयान पर तेजप्रताप ने पलटवार करते हुए कहा है कि लालू जी से जा कर पूछिये हू इज तेजप्रताप यादव। कल भूल जायेंगे, बोलेंगे हू इज लालू यादव।
आरजेडी छात्र इकाई के अध्यक्ष आकाश यादव को हटाये जाने पर तेजप्रताप ने कहा, “हम संवैधानिक पद पर नही है लेकिन जब हम छात्र आरजेडी के संरक्षक है तो मुझसे पूछा क्यों नही गया। यह चाह रहे हैं समाज में घर बदनामी हो। वो पिताजी के साथ काम कर चुके है, सिनियर है। बिना किसी को नोटिस दिये आपने कह दिया हू इज तेज प्रताप यादव? लालू जी से जा कर पूछिये हू इज तेजप्रताप यादव। कल भूल जायेंगे, बोलेंगे हू इज लालू यादव।”
उन्होंने जगदानंद सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष लोहा के जंजीर से पार्टी दफ्तर को बांध कर रखते है। हम संगठन को बढाने का काम कर रहे है, तोडने का नहीं। अगर इस तरह का बात संगठन में उठा तो हमसे पूछा क्यो नही गया, पार्टी के संविधान की धारा 33 मे लिखा है कि आप किसी को ऐसे बाहर नही कर सकते।
तेजप्रताप ने कहा, “मुझे लगता है इनको आरएसएस के लोग हैंडल कर रहे हैं या इनको कैप्चर कर लिया गया है। हमारे विधायक को धक्का दिया गया, आम आदमी का क्या होगा। लालू यादव छात्र की हीं उपज हैं। ये अभी मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, कल लालू यादव पर आरोप लगायेंगे।”
बता दें कि अपने करीबी आकाश यादव को आरजेडी की छात्र इकाई से हटाए जाने पर तेजप्रताप यादव नाराज हो गए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलती है और आरजेडी का संविधान कहता है की बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते। आज जो हुआ वो आरजेडी के संविधान के खिलाफ हुआ।’
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