डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में सवा लाख से ज्यादा नए मामले मिले हैं। वहीं, कोरोना वैक्सीन की मांग बढ़ रही है। राज्यों और शहरों में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है। कई राज्य सरकारों ने इसकी शिकायत केंद्र से की है और लगातार वैक्सीन उपलब्ध करवाने की मांग की जा रही है। वैक्सीन में कमी से कई राज्यों को कोरोना वैक्सीन सेंटरों को बंद करना पड़ रहा है।
कोरोना वैक्सीन की कमी सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और वाराणसी शहर में है। महाराष्ट्र, दिल्ली, ओडिशा के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी कोरोना वैक्सीन की कमी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट पर कहा कि लोकसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्र सरकार ने जानकारी दी थी कि 15 मार्च तक 71 देशों में 5.86 करोड़ टीके भेजे गए हैं। ऐसे में देश में कोरोना वैक्सीन के स्टॉक में कमी आना कोई बड़ी बात नहीं है। तिवारी ने कहा कि चैरिटी की शुरुआत घर से होनी चाहिए।
हर्षवर्धन बोले- हमारे पास वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने वैक्सीन स्टॉक को लेकर कहा है की वैक्सीन की मात्रा पर्याप्त है, वैक्सीन के स्टॉक को लेकर देश मं अभी कोई कमी नहीं हुई है। कुछ राज्य लापरवाही से बढ़ते मामलों को छुपाने के लिए और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने महाराष्ट्र,पंजाब और दिल्ली में बढ़ते मामलों का कारण लापरवाही बरतना और सही तरीके से टेस्टिंग ना करना बताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा स्टॉक देश में अभी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ये सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति है। बता दें की उन्होंने एक बयान में माना है कि वेक्सीन का स्टॉक देश में अभी सीमित मात्रा में ही उपलब्ध है। इसलिए 45 साल और उससे अधिक क्षेणी के लोगों को कोरोना वेक्सीन लगाने की प्राथमिकता दी जा रही है।
आध्र प्रदेश में सिर्फ तीन दिन का स्टॉक उपलब्ध
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने बढ़ते कोरोना मामले देखते हुए और वेक्सीन स्टॉक कम होने की वजह से आज समीक्षा बैठक आयोजित की थी। बता दें कि बैठक में मुख्यमंत्री रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि कोरोना वेक्सीन के स्टॉक को लेकर केंद्र सरकार से संपर्क बनाए हुए हैं। वहीं राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि प्रदेश में सिर्फ तीन दिन का स्टॉक उपलब्ध है।
ओडिशा में 2 दिन का स्टॉक बचा
ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखकर कहा कि कम से कम 10 दिन का स्टॉक उपलब्ध करवाया जाए। वेक्सीन के स्टॉक में कमी आने से हमें 700 से ज्यादा वेक्सीन केंद्रों को बंद करना पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा की राज्य में सिर्फ 2 दिन का स्टॉक बचा है। 9 अप्रैल तक यह स्टॉक खत्म हो जाएगा। इसके बाद हमें वेक्सीनैशन पर रोक लगानी पड़ेगी जिसका सीधा असर वेक्सीनेशन लगवाने वाले 45 साल और उससे अधिक के लोगों पर पड़ेगा। जिससे कोरोना पर काबू पाना और ज्यादा मुश्किल होगा।
यूपी के वाराणसी में भी हुआ कोरोना वेक्सीन का स्टॉक खत्म
यूपी के वाराणसी में भी कोरोना वेक्सीन के स्टॉक में कमी देखने को मिली, जिस कारण वेक्सीनेशन पर रोक लगा दी गई है और कई वेक्सीनैशन केंद्रों को बंद करने की नौबत आ गई। नागरिकों को बिना वेक्सीनेशन लगवाए ही लौटाना पड़ रहा है। यही कारण है कि तीन दिनों तक वेक्सीन प्रक्रिया को रोक दिया गया है। वहीं लखनऊ से वाराणसी जल्दी ही वैक्सीन भेजने पर बात कही जारी है।
महाराष्ट्र में 3 दिन का स्टॉक उपलब्ध
वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कोरोना वेक्सीन के स्टॉक में कमी आने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि राज्य में सिर्फ तीन दिन का स्टॉक उपलब्ध है। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा की हमारा देश पाकिस्तान जैसे कई देशों को मुफ्त वेक्सीन उपलब्ध करवा रहा है, लेकिन महाराष्ट्र और कई राज्यों में ऐसे समय मे भी राजनीति की जा रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी चिंता जताते हुए कहा है की दिल्ली में भी सिर्फ चार दिन का स्टॉक बचा है। अगर समय रहते स्टॉाक उपलब्ध नहीं करवाया तो चुनौतियां और बड़ जाएंगी।
शिवसेना ने लगाए आरोप
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र पर महाराष्ट्र सरकार पर झूठे आरोप पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा की महाराष्ट्र सरकार कोई लापरवाही नहीं छिपा रही है। महाराष्ट्र सरकार को नीचा दिखाने के लिए ऐसी बातें की जा रही है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा की केद्र सरकार लगातार मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि यह वक्त एक दूसरे पर टिप्पणी करने का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर कोरोना से लड़ने का है।
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