डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर देश में नरम पड़ती जा रही है। वहीं, ब्लैक फंगस अपने पैर पसार रहा है। देश में अब तक ब्लैक फंगस के मामले 11 हजार के पार जा चुके है। ज्यादातर राज्यों ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। लेकिन, गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में इसका कहर सबसे ज्यादा है।
बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि यह लड़ाई भारत में मौजूदा कोरोना वायरस के लिए चुनौती बन रही है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मौत के आंकड़े जारी नहीं किए गए। लेकिन, मीडिया रिपोर्टस की माने तो 300 से ज्यादा मौते हो चुकी है।
गुजरात में सबसे ज्यादा खतरा
गुजरात में इस बीमारी के 2 हजार 859 मामले दर्ज किए गए। वहीं, महाराष्ट्र में 2 हजार 770 मामले और आंध्र प्रदेश में 768 मामले, उत्तरप्रदेश में 701, केरल और झारखंड में 400 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए।
Amphotericin- B के 29 हजार 250 वायल आवंटित
केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद ने एक ट्वीट कर जानकारी दी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में Amphotericin- B के 29 हजार 250 वायल आवंटित किए गए है। ये आवंटन राज्यों में मौजूदा केस के आधार पर किया गया है। इससे पहले भी राज्यों को दो बार खुराक दी गई थी। पहली खुराक 21 मई दी गई थी और दूसरी 24 मई को।
मरीजों को बचाने के लिए निकालनी पड़ी आई बॉल
ब्लैक फंगस के बढ़ते असर को रोकने के लिए आज मध्यप्रदेश के रीवा में डॉक्टरों ने 2 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया। दोनों मरीजों की हालत काफ़ी गंभीर थी। एक मरीज की आंख में फंगस पहुंच गया था जबकि दूसरी के नाक में इंफेक्शन था, जिसे निकाल कर बाहर कर दिया गया। अस्पताल में अब तक 24 मरीज भर्ती किए है, जिनमें से 4 की मौत हो गई है। ऑपरेशन के दौरान एक मरीज की एक आंख निकालनी पड़ी क्योंकि फंगस उसमें पूरी तरह से फैल चुका था।
सबसे मंहगा चल रहा इसका इलाज
मीडिया रिपोर्टस की माने तो इस फंगस का इलाज सबसे मंहगा है। इसके इलाज में करीबन 10 से 15 लाख रुपये लग रहे है। सरकारी अस्पतालों में इसका इलाज मुफ्त हैं लेकिन, प्राइवेट अस्पतालों में 10 से 15 लाख रुपये लग रहे है। इसके एक डोज की कीमत 8 से 10 हजार रुपये है।
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