चंडीगढ़: पंजाब सरकार के कुछ कैबिनेट मंत्रियों ने क्रिकेट से राजनीति में आए विधायक नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर किए जा रहे हमले पर कड़ी आपत्ति जताई है और कांग्रेस नेतृत्व से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है.
सिद्धू ने वर्ष 2015 कोटकपुरा गोलीबारी कांड की जांच रिपोर्ट पिछले महीने पंजाब-हरियाण उच्च न्यायालय द्वारा खारिज करने के बाद मुख्यमंत्री के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है.
’सिद्धू की बगावत से कांग्रेस को पहुंच रहा नुकसान’
मंत्रियों के मुताबिक सिद्धू की ‘खुली बगावत’ से कांग्रेस के हितों को नुकसान पहुंच रहा है और वह भी ऐसे समय जब पंजाब में विधानसभा होने में एक साल से भी कम का समय बचा है.
मंत्रियों ने सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री पर ‘निरंतर हमले’ की निंदा की और उसे ‘‘घोर अनुशासनहीनता तथा राज्य में कांग्रेस सरकार को कमजोर करने का प्रयास करार दिया. ’’ उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा अमरिंदर सिंह पर निजी हमले पार्टी विरोधी गतिविधि है और उन्होंने तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की.
पंजाब कांग्रेस द्वारा जारी बयान के मुताबिक ब्रह्म मोहिंदर, सुंदर शाम अरोड़ा और साधू सिंह धर्मसोत सहित मंत्रियों ने सिद्धू की गतिविधियों और मुख्यमंत्री की खुली आलोचना पर कड़ी आपत्ति जताई, खासतौर पर ऐसे समय में जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने में एक साल से भी कम का समय बचा है.
’सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई न होने पर बढ़ेगा असंतोष'
मंत्रियों ने चेतावनी दी है कि सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस की राज्य इकाई में असंतोष बढ़ेगा जो पार्टी के लिए घातक होगा. मंत्रियों के समूह ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि सिद्धू व्यक्तिगत और राजनीतिक हित से काम कर रहे हैं.
गौरतलब है कि सिद्धू ने अमरिंदर सिंह पर धार्मिक ग्रंथ बेअदबी मामले में जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया है.
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