पके हुए तेल को फिर से इस्तेमाल करने से पहुंच सकता है सेहत को नुकसान, ये है Health Risk
Reheating Cooking Oil: किचन में अंजाने में अक्सर हम कई चीजें ऐसी कर देते हैं, जिनके बारे में हमें पूरी जानकारी नहीं होती और ऐसा करना हमारी सेहत के साथ खिलवाड़ हो जाता है. कई बार किचन में पके हुए तेल को फेंकने की बजाए महिलाएं फिर से किसी काम में ले लेती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये हमारी हेल्थ के लिए कितना खतरनाक हो सकता है. हमारा जरा-सा लालच हमारी सेहत पर भारी पड़ सकता है.
डॉक्टर्स का मानना है कि एक बार कढ़ाई में पक चुके तेल को फिर से खाने में ही इस्तेमाल करने से कई नुकसान है. न सिर्फ इससे कॉलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ती है, बल्कि पके हुए तेल से निकले हानिकारक टॉक्सिन हवा और खाना दोनों को खराब करते हैं. अगर आप भी अपनी किचन में पके हुए तेल को फिर से इस्तेमाल करती हैं, तो एक बार इन पर गौर कर लीजिए.
कई तरह की बीमारियों को निमंत्रण
कढ़ाई में एक बार पक चुके तेल को फिर से दूसरे काम में यूज करना कितना खतरनाक हो सकता है, ये आपने कभी सोचा भी नहीं होगा. इससे कई तरह की बीमारियां जैसे मोटापा, डायबिटीज, वजन बढ़ना, दिल की बीमारी, हाइपरटेंशन आदि की समस्या देखने के मिली है. डॉक्टर भी पके हुए तेल (reheating cooking oil ) को फेंकने की सलाह देते हैं.
गर्म तेल से निकलते हैं टॉक्सिन
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर तेल को बार-बार गर्म किया जाए, तो ये टॉक्सिन छोड़ते हैं और बार-बार गर्म करने पर इसमें मौजूद फैट मॉलिक्यूल्स टूटने लगते हैं. इससे तेल में बदबू आने लगती है. इस तेल को अगर हम फिर से खाने में इस्तेमाल करते हैं तो ये खाना तो खराब करता ही है. साथ ही ये मॉलिक्यूलस हवा में इक्ट्ठा होकर हवा को हानिकारक बना देते हैं. ये हमारी सांस के साथ अंदर जाते हैं और सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं.
कॉलेस्ट्राल को बढ़ावा
सिर्फ तला हुआ या ज्यादा ऑयली खाना खाने से ही शरीर में कॉलेस्ट्राल की मात्रा नहीं बढ़ती, बल्कि तेल को बार-बार गर्म करने से उसमें मौजूद फैट्स ट्रांस फैट्स में बदल जाते हैं. ये पका हुआ तेल खाने से दिल संबंधी बीमारियां शुरू होने लगती हैं. जिसकी शुरुआत कॉलेस्ट्राल के बढ़ने से होती है. बढ़ा हुआ कॉलेस्ट्राल दिल की बीमारियों को न्यौता देता है.
होने लगती है ब्लड प्रेशर की शिकायत
तेल को बार-बार पकाने पर उसमें पोलीमराइजेशन जैसे रिएक्शन होते हैं. ये रिएक्शन पके हुए तेल के केमिकल स्ट्रक्चर को बदल देते हैं. गर्म तेल में ऐसा होने से फ्री फैटी एसिड और रेडिकल रिलीज होने लगते हैं, जो मोनो ग्लिसराइड, डाई ग्लिसराइड और ट्राइ ग्लिसराइड का निर्माण होता है. इससे हाइपरटेंशन और बीपी की शिकायत होने लगती है. लंबे समय तक पके हुए तेल का इस्तेमाल शरीर के कई हिस्सों में नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए इसके उपयोग को तुरंत बंद करना ही सही होगा.
Happy Raksha Bandhan 2021: रक्षाबंधन पर भाई-बहन के रिश्तों में बढ़ेगा प्यार, अपनों को भेजें ये प्यार भरे मैसेज
Hartalika Teej 2021: हरतालिका तीज पर मेहंदी नहीं आलता से सजाएं हाथ-पैर, देखते रह जाएंगे ये Beautiful Designs
Source link