इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने शनिवार को कहा कि वह कश्मीर के विभाजन और उसकी जनसांख्यिकी बदलने के भारत के किसी भी कदम का विरोध करेगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि भारत को पांच अगस्त 2019 की कार्रवाई के बाद कश्मीर में कोई और अवैध कदम उठाने से बचना चाहिए.
पाकिस्तान का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के 14 नेताओं को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल होने का न्योता दिया है. माना जा रहा है कि इस बैठक में केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने का खाका तैयार किया जाएगा. यह पांच अगस्त 2019 के बाद प्रधानमंत्री के साथ जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ होने वाली पहली बैठक होगी जब केंद्र ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था. पूर्ववर्ती राज्य में नवम्बर 2018 से केंद्र का शासन है.
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के पांच अगस्त 2019 के कदम का पूरी तरह से विरोध किया है और इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के ऐसे किसी भी कदम का विरोध करने का प्रण लेता है जो क्षेत्र की जनसांख्यिकी को बदलने के लिए जम्मू कश्मीर को विभाजित करने वाले हो. उन्होंने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भारत के संभावित कदम से अवगत करा दिया है.
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