बैंक में बचत खाता (saving account) खुलवाते वक्त अक्सर लोग कई चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं. बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज या अकाउंट पर लगने वाले चार्ज जैसी जरूरी बातों के बारे में भी ज्यादा जानकारी हासिल नहीं करते. आज हम आपको बताएंगे कि बैंक में सेविंग अकांउट खुलवाते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
मंथली एवरेज बैलेंस
- अलग-अलग बैंकों में ये कम और ज्यादा हो सकता है.
- खाता खुलवाते वक्त ध्यान रखें कि मिनिमम बैलेंस जितना कम होगा उतना आपको फायदा होगा. इसके ज्यादा होने पर आपको पेनाल्टी भी भरना पड़ सकता है.
- मंथली एवरेज बैलेंस अर्बन और सेमी अर्बन के हिसाब से अलग-अलग होते हैं.
ब्याज
- बैंक आपको सेविंग्स खाते पर कितना ब्याज दे रहा है यह बहुत महत्वपूर्ण है. खाता खुलवाते वक्त इसका विशेष ध्यान रखें
- अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर अलग-अलग होती है.
- खाता खुलवाने से पहले विभिन्न बैंकों के बारे में जानकारी हासिल करें कि वे कितना ब्जाय दे रहे हैं.
ऑनलाइन बैंकिंग और एप की सर्विस
- ऑनलाइन बैंकिंग और ऐप की सुविधा सभी बैंक देते हैं.
- जिस बैंक की ऑनलाइन बैंकिंग ज्यादा सरल और सुरक्षित हो उसी में अपना खाता खुलवाएं.
- बैंक एप लाइट होना चाहिए जिससे आपको इसे इस्तेमाल करने में परेशानी न हो.
चार्ज
- सेविंग अकाउंट खुलवाने से पहले विभिन्न तरह के चार्च के बारे में भी पता कर लें.
- बैलेंस का मैसेज भेजना, ATM से पैसे निकालने, चेक बुक लेने और बैंक जाकर पैसे निकालने या जमा करने पर बैंक चार्ज वसूलते हैं.
अगर अधिक ब्याज चाहते हैं तो
- बैंक ग्राहकों को अलग-अलग अकाउंट खोलने का ऑप्शन देते हैं.
- जैसे एसबीआई सेविंग्स प्लस अकाउंट खोलने का ऑप्शन देता है.
- यह अकाउंट्स मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट से लिंक होते हैं.
- इसमें सरप्लस अमाउंट एक तय सीमा से अधिक होने पर फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में बदल जाता है.
- इसमें आम बचत खाते की तुलना में आप ज्यादा ब्याज पा सकते हैं.
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