पाकिस्तान के लाहौर में 23 जून को जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद के घर के नजदीक हुए विस्फोट का ठीकरा अब उसने भारत से सिर फोड़ा है. लाहौर ब्लास्ट का जिक्र करते हुए एक अखबार से मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत, अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल कर आतंकियों को ट्रेनिंग और मदद देकर यहां पर आतंकवाद फैला रहा है. गौरतलब है कि लाहौर विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि करीब दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
पाकिस्तानी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब एक दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लाहौर ब्लास्ट में भारत के कनेक्शन होने का आरोप लगाया था.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा था- “लाहौर ब्लास्ट में आतंकियों के हाथ होने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का पता चला है. एक बार फिर से पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से प्रायोजित आतंकवाद का इस हमले से जुड़ी प्लानिंग और फाइनेंसिंग में संबंध पाया गया है. वैश्विक समुदाय को अवश्य इस व्यहार के खिलाफ एकजुट होना चाहिए.”
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ने भी इसी तरह का आरोप लगाते हुए यह दावा किया कि जांच में यह पता चला है कि विस्फोट में भारतीय खुफिया एजेंसी का हाथ है. शुरुआती तौर पर ऐसा माना गया कि पड़ोस के एक घर में गैस पाइपलाइन में विस्फोट के चलते यह धमाका हुआ. हालांकि, मीडिया से बात करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मोटरबाइक पार्क की गई थी, जिसके बाद यह विस्फोट हुआ.
लाहौर विस्फोट में क्या हुआ?
लाहौर विस्फोट में 4 लोगों की मौत हुई थी जबकि 14 लोग घायल हुए थे. घायलों में कुछ पुलिसवाले भी थे, जो मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड के घर के बाहर चेकपोस्ट पर तैनात थे. एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि जिस वक्त विस्फोट हुआ उस समय हाफिज सईद घर पर नहीं था. हाफिद सईद को आतंकवाद वित्तीय पोषण के दो मामलों में पिछले साल नवंबर में 10 साल साल कैद की सजा सुनाई गई थी. उसे घर में ही नजरबंद कर रखा गया है.
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