Shani Vakri 2021 Dates, Saturn Retrograde 2021: शनि की दृष्टि और शनि की चाल ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण मानी गई है. वर्तमान समय में शनि उल्टी चाल चल रहे हैं. यानि शनि वक्री हैं. मकर राशि में इस समय शनि वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं. शनि जब वक्री होते हैं तो पूर्ण फल प्रदान नहीं करते हैं. वक्री चाल में शनि को कमजोर माना गया है.
शनि वक्री 2021 (Shani Vakri 2021 )
पंचांग के अनुसार बीते 23 मई 2021, रविवार को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को वक्री हुए थे. इस एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी भी कहा जाता है. जब देवताओं और असुरों के मध्य समुद्र मंथन की प्रक्रिया चल रही थी, तब अमृत कलश की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था.
शनि मार्गी 2021 (Shani Margi 2021 Dates)
11 अक्टूबर 2021 सोमवार को प्रात: 07 बजकर 48 मिनट पर शनि मार्गी होंगे. यानि शनि देव सीधी चाल चलेंगे. शनि देव के मार्गी और वक्री होने पर सभी राशियां प्रभावित होती हैं.
शनि साढ़ेसाती (Shani Sade Sati)
वर्तमान समय में धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. इसके साथ ही शनि का प्रभाव उन राशियों पर अधिक देखने को मिलता है, जिन पर शनि की महादशा, अंर्तदशा आदि की स्थिति बनी हुई है.
हनुमान जी की पूजा ( Hanuman Puja)
शनि देव हनुमान जी की पूजा से शांत होते हैं. 13 जुलाई 2021, मंगलवार को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है. इस दिन सिद्धि योग बना हुआ है. आषाढ़ मास में हनुमान जी की पूजा संकटों को दूर करने में सहायक मानी गई है. हनुमान जी को शनि देव ने वचन दिया हुआ कि वे हनुमान जी के भक्तों को परेशान नहीं करेंगे. इसीलिए शनि देव हनुमान जी की उपासना करने वालों को शुभ फल प्रदान करते हैं.
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