शरद पवार ने कहा, जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं उन्हें साथ आना चाहिए
मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई विपक्षी नेताओं की डिजिटल बैठक में शिरकत करने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं उन्हें साथ आना चाहिए तथा समयबद्ध कार्यक्रम तैयार करना चाहिए। उन्होंने देश की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर समान-विचारधारा के दलों की बैठक आयोजित करने की पहल की तारीफ की। पवार ने कहा कि किसान कई महीनों से विरोध कर रहे हैं, यह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए एक दर्दनाक तस्वीर है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ‘भारत में वर्तमान परिदृश्य बहुत निराशाजनक प्रतीत होता है। किसान कई महीनों से विरोध कर रहे हैं, यह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए एक दर्दनाक तस्वीर है। आर्थिक मंदी, कोविड महामारी, बेरोजगारी, सीमा विवाद, अल्पसंख्यक समुदायों का मुद्दा आदि कई मुद्दों का राष्ट्र आज सामना कर रहा है।’ उन्होंने लिखा कि वर्तमान सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, ‘जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं, जो लोग हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता है और मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों को एक साथ निपटने के बजाय, हमें प्राथमिकता तय कर के सामूहिक रूप से एक-एक करके इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए।’ NCP समेत 19 दलों ने सोनिया द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में सोनिया विपक्षी दलों से 2024 के लोकसभा के चुनाव के लिए एकजुट होने आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है और कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी।
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