डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोविड -19 के दौरान, इस साल मार्च से ही पर्यटकों को सिक्किम में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। हालांकि, 5 जुलाई से शुरू हुए ‘विजिट सिक्किम 2022’ प्रोग्राम के तहत, अब दोनो टीका लगाए हुए यात्रियों को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति रहेगी। जिन यात्रियों को कोविड वैक्सीन के दोनों डोज़ लग चुके हैं, उन्हें नेगेटिव रिपोर्ट दिखाए बिना, सिक्किम आने की इज्ज़ात मिलेगी। सिक्किम विशाल हिमालय के दृश्यों के साथ भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में बसा एक स्वर्ग ही है। यह एक छोटे से पैकेट में बड़े धमाके की तरह है। आकर्षक घास के मैदान, बर्फ से ढके हिमालय की चोटियां और यहां की संस्कृति देखते ही बनती है। भारत के किसी भी छोर से सिक्किम पहुंचना बहुत आसान है। देश के बाकी हिस्सों के साथ सिक्किम की बेहतर कनेक्टिविटी होने के कारण, यहां हर साल इतने सारे पर्यटक आते हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं सिक्किम की पांच मस्ट-विजिट जगहों के बारे में।
गंगटोक
गंगटोक को भारत के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक माना जाता है। यह शहर सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ आधुनिकीकरण का एक आदर्श समावेश है। माउंट कंचनजंगा की राजसी झलक आपके सिक्किम ट्रिप के और लाजवाब बना सकती है। अगर आप मार्च से मई के बीच गंगटोक आते हैं तो पूरे शहर में फैले रोडोडेंड्रोन की खुशबू आपका स्वागत करती है। आगर आप धार्मिक स्थलों को खूमना चाहते हैं, तो आपको एंची मठ, गणेश टोक, दो द्रुल चोर्टेन रुमटेक मठ जरूर देखना चाहिए। सिक्किम जिस तरह के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता से भरपूर है, इसकी राजधानी गेंगटोक उस गौरव को और बढ़ाती है।
त्सोंगमो झील
यह बेहद खूबसूरत ग्लेशियर झील सिक्किम के टॉप टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है। त्सोंगमो का शाब्दिक अर्थ है ‘जल का स्रोत’। त्सोंगमो झील भारत की सबसे अधिक ऊंचाई वाली झीलों में से एक है जो सिक्किम को और भी खूबसूरत बनाती है। त्सोम्गो झील अपने चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों के नज़ारा आपकी यात्रा और भी यादगार बनता है। इस जगह पर पाए जाने वाले जीवों में प्राइमुलस, पीले और नीले पॉपपी, आयरिश, याक और पोनी शामिल हैं। बर्फ देखने का सबसे अच्छा समय जनवरी से मार्च है और रोडोडेंड्रोन और ऑर्किड के लिए अप्रैल से मई है। यह गंगटोक से सिर्फ 2 घंटे की दूरी पर है ताकि आप झील के चारों ओर रोमांचक अनुभव का आनंद ले सकें।
ज़ुलुक
ज़ुलुक सिक्किम के ऑफबीट स्थानों में से एक है जो चारों ओर पहाड़ों के आकर्षक दृश्यों के साथ आपको हैरान करने की शक्ति रखता है। यहां नाग मंदिर नाम का एक प्राचीन और अनोखा मंदिर है जो नाग देवता को समर्पित है। ज़ुलुक के अन्य प्रमुख आकर्षण बर्फ से ढके माउंट के दृश्य हैं। कंचनजंगा और थंबी व्यू पॉइंट भी यहां से देखे जाते हैं। ज़ुलुक जाने का सबसे उत्तम समय अप्रैल महीने का होता है।
कंचनजंगा नेशनल पार्क
आगर आपको ट्रेकिंग पसंद है, तो आपके एक बार कंचनजंगा नेशनल पार्क जरूर जाना चाहिए। यूनेस्को की वर्लड हेरिटेज साइट कंचनजंगा नेशनल पार्क का नाम माउंट कंचनजंगा के नाम पर रखा गया है, जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। ट्रेकिंग स्वर्ग के रूप में प्रतिष्ठित, यह पार्क पक्षियों की लगभग 550 प्रजातियों का घर है। भारत-चीन सीमाओं के करीब, एडवेंचर प्रेमी निश्चित रूप से इस रोमांचकारी बेस कैंप में आनंद लेंगे।
लाचेन, लाचुंग और युमथांग घाटी
सिक्किम की संस्कृति से सराबोर ये तीन बेहद खूबसूरत गाँव निश्चित रूप से किसी भी वंडरलस्ट पर्सन की लिस्ट में शामिल होंगे। लाचेन त्तरी सिक्किम का एक बहुत छोटा गाँव है। यह गांव सर्दियों के दौरान तिब्बती खानाबदोश जनजातियों का घर है। लाचेन सिक्किम के गुरुडोंगमार और त्सो ल्हामू झीलों का गेटवे है। लाचेन आपको शांतिपूर्ण समय का सबसे अच्छा अनुभव देगा, लाचुंग बर्फ का आनंद लेने के लिए एकदम सही है और युमथांग वह जगह है जहां आपको सिक्किम की फूलों की घाटी देखने को मिलेगी। सिक्किम में लाचेन, लाचुंग और युमथांग घाटी शहर के शूर-शराबे से दूर, बहुत शांत जगह हैं, जिन्हें आपको सिक्किम की यात्रा के दौरान मिस नहीं करना चाहिए।
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