सोनिया गांधी शुक्रवार को विपक्षी नेताओं के साथ करेंगी बैठक, ममता- शरद पवार होंगे शामिल
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी एकजुटता की कवायद के तहत शुक्रवार (20 अगस्त) को शाम 4.30 बजे देश के कई प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ डिजिटल बैठक करेंगी जिसमें पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं। विपक्षी दलों को एकजुट करने और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ साझा रणनीति बनाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से आयोजित इस डिजिटल बैठक में करीब 14 से 15 पार्टियों के नेता शामिल होंगे।
शरद पवार और ममता बनर्जी का बैठक में शामिल होना तय
सोनिया गांधी की इस बैठक का एजेंडा सामने नहीं आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि बैठक में विपक्षी दलों के मुद्दों पर चर्चा करने और विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने के तरीकों पर विचार विमर्श होगा। पेगासस जासूसी विवाद और इसे लेकर संसद के हाल में संपन्न मानसून सत्र में हुए हंगामे को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच बुलाई है। बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शामिल होना तो तय है। साथ ही बैठक में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, हेमंत सोरेन जैसे बड़े नेता शामिल होंगे।
संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी एकजुटता देखने को मिली
सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी देश के सामने खड़े प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों को साथ लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं और इसी प्रयास के तहत यह वर्चुअल बैठक बुलाई गई है। विपक्षी दल राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के वास्ते एकजुट होने के लिए प्रयासरत हैं ताकि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कड़ी चुनौती पेश की जा सके। हाल ही में संपन्न हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी विवाद, किसान आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता देखने को मिली। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता की पूरी कवायद के केंद्र बिंदु नजर आए। सोनिया गांधी के साथ डिजिटल बैठक के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार समेत कई विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
ममता बनर्जी ने भी पिछले महीने दिल्ली दौरे में विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया था
सूत्रों का कहना है कि अफगानिस्तान के हालात और पूर्वोत्तर के कुछ हालिया घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में विपक्षी दल सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सवाल कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने भी पिछले महीने अपने दिल्ली दौरे में विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया था। तब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी से भी मिली थीं। बनर्जी ने दिल्ली दौरे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, द्रमुक नेता कनिमोई से भी मुलाकात की थी। इनके अलावा उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से भी फोन पर बात की थी।
3 अगस्त को राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं को नाश्ते पर बुलाया था
गौरतलब है कि, 3 अगस्त को राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं को एकजुट करते हुए नाश्ते की मेजबानी की है। राहुल गांधी ने दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों के लिए नाश्ते का आयोजन किया था। हालांकि, ममता और शरद पवार जैसे नेताओं ने राहुल गांधी के ब्रेकफास्ट में शामिल नहीं हो सके और अपने प्रतिनिधियों को भेजा लेकिन अब ये दोनों नेता सोनिया गांधी की वर्चुअल बैठक में शामिल होंगे।
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