डिजिटल डेस्क,दिल्ली। भारत में दो तरह की वैक्सीन लगाई जा रही है। पहली कोविशील्ड और दूसरी कोवैक्सीन। लेकिन क्या आपको पता हैं। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत से लेकर अब तक 23000 से ज्यादा एडवर्स इवेंट के मामले रिपोर्ट हुए हैं और ये सभी मामले देश के 684 जिलों से सामने आए है। कुल 700 मामलों में 498 केस की जांच जब AEFI कमेटी ने की तो उसमें 26 मामले ब्लड क्लॉटिंग के मिले। बता दें कि, कोविशील्ड की डोज लेने के बाद इन 26 मामलों में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या आई। चलिए बताते हैं कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या एडवाइजरी जारी की है।
जानकारी विस्तार से
- ब्लड क्लॉटिंग के सभी मामले कोविशील्ड देने के बाद सामने आए है।
- अब तक कोवैक्सीन को लेकर ऐसी कोई शिकायक AEFI को नहीं मिले है।
- यूके में 4 केस प्रति मिलियन और जर्मनी में 10 केस प्रति मिलियन ब्लड क्लॉटिंग की शिकायत आई है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्थ केयर वर्कर और कोविशील्ड लेने वाले लोगों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि, टीका लेने के 20 दिन तक AEFI की शिकायत आ सकती है और अगर शिकायत आए तो जहां टीका लिया है वहां सम्पर्क करें।
- AEFI के अनुसार, भारत में ब्लड क्लॉटिंग के मामले 0.61% केस प्रति मिलियन हैं और यूके में 4 मामले/मिलियन से बहुत कम है। जर्मनी में प्रति मिलियन खुराक पर 10 मामले दर्ज किए गए हैं।
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