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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ऐसे एप्स अब कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। जो ऑनलाइन लोन देने के नाम पर ठगी कर रहे हैं। पिछले साल 12 लोगों के ऑनलाइन एप्स से लोन लेने के कारण आत्महत्या करने की बात सामने आई थी। जिसके बाद से ही इनपर कार्रवाई की मांग की जा रही है। इन एप्स से प्रभावित लोगों ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर मुहीम भी छेड़ा था। तब लोगों ने ऑपेरशन ऑनलाइन हफ्ता वसूली के नाम से एक ट्रेंड चलाया था, जिसके बाद सबका ध्यान इन एप की ओर गया।
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नाम ना बताने की शर्त पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, ‘यह देखा गया है कि कई ऐसी वेबसाइट और एप ऑनलाइन लोन पर 300% ब्याज दर वसूल रहे हैं, जो कि किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।’ उन्होंने बताया, ‘इस तरह की ऑनलाइन गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इस तरह की समस्याएं लाॅकडाउन के दौरान तेजी बढ़ी हैं। लोग अपनी नौकरियां गंवा दिए और उनकी कमाई कम हो गई थी।’
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से सिर्फ उन एप को छूट है, जो बैंक के अपने एप हैं या फिर एनबीएफसी से रजिस्टर्ड हैं। क्योंकि ऐसी वेबसाइट और एप पूरी तरह से चिंहित हैं। इनके सारे ट्रांजैक्शन पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया हमेशा नजर में बनाए रखता है। ऑनलाइन लोन देने वाले कुछ बैंक और वेबसाइट को चीन से भी फंड मिल रहा है। ऐसे एप बिना किसी अनुमति के आप से आपके कांटैक्ट लिस्ट, फोटो सहित कई अहम जानकारियां एक्सेस कर लेते हैं। जिसे बाद में वह गलत तरीके से प्रयोग करते हैं।
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