नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के चलते हालात काफी खराब हैं. पिछले 24 घंटे में देश में 2 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए, वहीं 3 हजार से ज्यादा लोगों ने इसके चलते अपनी जान गंवाई. इतना ही नहीं जो लोग इस महामारी से ठीक हो रहे हैं अब उनके ऊपर ब्लैक फंगस (Black Fungus) का शिकार बनने का खतरा मंडरा रहा है.
निशानेबाजी कोच का निधन
कोविड-19 संक्रमण से उबर चुकीं निशानेबाजी कोच और तकनीकी अधिकारी मोनाली गोरहे (Monali Gorhe) का गुरूवार को ब्लैक फंगस (Black Fungus) के कारण निधन हो गया. वह 44 वर्ष की थीं और उनके परिवार में उनकी मां और एक बहन हैं. उनका निधन भारतीय निशानेबाजी जगत के लिए बड़ी क्षति है.
ब्लैक फंगस से गई जान
मोनाली कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुई थीं, लेकिन उन्हें छुट्टी दे दी गई. उन्हें ब्लैक फंगस (Black Fungus) के चपेट में आने के बाद इलाज के लिए फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने वाले कई लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं. यह एक फंगल (कवक) संक्रमण है जो नाक, आंख और कई बार मस्तिष्क को प्रभावित करता है.
कुछ घंटे पहले पिता की हुई मौत
मोनाली के निधन से कुछ घंटे पहले उनके पिता मनोहर गोरहे की भी कोविड-19 संक्रमण के कारण मौत हो गई थी. मोनाली पिस्टल कोर समूह की कोच थीं. उन्होंने इससे पहले श्रीलंकाई निशानेबाजी टीम के राष्ट्रीय कोच के रूप में भी काम किया था. उन्होंने नासिक में ‘एक्सेल शूटिंग’ नामक निशानेबाजी कोचिंग सेंटर स्थापित किया था, जहां वह महाराष्ट्र के सैकड़ों छात्रों को प्रशिक्षण दे रही थीं.
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने मोनाली और उनके पिता की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया. एनआरएआई से जारी बयान के मुताबिक, ‘बड़े दुख के साथ हम सूचित करते हैं कि कोर ग्रुप की पिस्टल कोच और कुशल तकनीकी अधिकारी मोनाली गोरहे का आज ब्लैक फंगस संक्रमण के कारण निधन हो गया. यह बड़े दुख की बात है कि उनके पिता का भी आज निधन हो गया. निशानेबाजी बिरादरी उनके निधन पर शोक व्यक्त करती है.’
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