न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Sat, 01 May 2021 12:11 AM IST
सार
कोरोना का संकट पहले से ही झेल रहे दिल्ली वासियों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। इस तपती गर्मी में उनकी पेयजल आपूर्ति बाधित रहने की सूचना दी गई है
दिल्ली में पानी की किल्लत – फोटो : amar ujala
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कोरोना का संकट पहले से ही झेल रहे दिल्ली वासियों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। इस तपती गर्मी में उनकी पेयजल आपूर्ति बाधित रहने की खबर है। दिल्ली जल बोर्ड ने बताया है कि शनिवार को दिल्ली के लगभग सभी इलाकों में पेय जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि शुक्रवार को हरियाणा से यमुना में कम पानी छोड़ा गया, जिस वजह से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जलापूर्ति करने के लिए पर्याप्त पानी ही नहीं है।
दिल्ली वासियों के लिए वाकई यह कठिन दौर है। उन्हें घर से बाहर कोरोना का खतरा है, लेकिन सुकून से वह अपने घर में भी नहीं रह सकते। दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि हरियाणा ने यमुना में कच्चा पानी कम छोड़ा है। जिसके कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में उतना पानी नहीं है, जितने से पूरी दिल्ली में पानी की आपूर्ति हो सके। वजीराबाद तालाब के अंदर कच्चे पानी के जलस्तर में भारी गिरावट आई है। वर्तमान में वजीराबाद तालाब का जलस्तर 674.5 फुट के सामान्य के मुकाबले 667.2 फुट ही रह गया है।
यह स्थिति कब तक बनी रहेगी, कह नहीं सकते
दिल्ली जल बोर्ड ने कहा है कि ऐसे हालात में मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दिल्ली छावनी क्षेत्रों में भी पीने के पानी की आपूर्ति शनिवार को प्रभावित रहेगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों और तालाबों के जलस्तर में सुधार होने तक यह स्थिति बनी रहने की संभावना है।
विस्तार
कोरोना का संकट पहले से ही झेल रहे दिल्ली वासियों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। इस तपती गर्मी में उनकी पेयजल आपूर्ति बाधित रहने की खबर है। दिल्ली जल बोर्ड ने बताया है कि शनिवार को दिल्ली के लगभग सभी इलाकों में पेय जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि शुक्रवार को हरियाणा से यमुना में कम पानी छोड़ा गया, जिस वजह से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जलापूर्ति करने के लिए पर्याप्त पानी ही नहीं है।
दिल्ली वासियों के लिए वाकई यह कठिन दौर है। उन्हें घर से बाहर कोरोना का खतरा है, लेकिन सुकून से वह अपने घर में भी नहीं रह सकते। दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि हरियाणा ने यमुना में कच्चा पानी कम छोड़ा है। जिसके कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में उतना पानी नहीं है, जितने से पूरी दिल्ली में पानी की आपूर्ति हो सके। वजीराबाद तालाब के अंदर कच्चे पानी के जलस्तर में भारी गिरावट आई है। वर्तमान में वजीराबाद तालाब का जलस्तर 674.5 फुट के सामान्य के मुकाबले 667.2 फुट ही रह गया है।
यह स्थिति कब तक बनी रहेगी, कह नहीं सकते
दिल्ली जल बोर्ड ने कहा है कि ऐसे हालात में मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दिल्ली छावनी क्षेत्रों में भी पीने के पानी की आपूर्ति शनिवार को प्रभावित रहेगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों और तालाबों के जलस्तर में सुधार होने तक यह स्थिति बनी रहने की संभावना है।