डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। केरल के रास्ते मानसून 31 मई को भारत में दस्तक देगा। दो चक्रवाती तूफान ताऊते और यास के प्रभाव की वजह से मानसून तय समय से दो दिन पहले केरल के तट पर पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून अभी सामान्य गति से चल रहा है। इसकी उत्तरी सीमा केरल के तट से अभी करीब 200 किलोमीटर दूर है। ये गुरुवार को मालदीव को पार कर चुका है। वैसे मानसून के केरल पहुंचने की तारीख 1 जून है, लेकिन मौसम विभाग ने 31 मई का अनुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने ताऊते और यास चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए मानसून के जल्दी आने की संभावना जताई थी। IMD के मुताबिक मानसून 27 से 29 मई के बीच आने वाला था, लेकिन अब 30 मई से 1 जून के बीच ही इसके आने की संभावना है। हालांकि 31 मई इसकी तय तारीख है। चक्रवात की वजह से केरल में मानसून के लिए ज्यादा अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं, यहां कई इलाकों में लगातार हल्की से मध्यम-तीव्रता वाली बारिश हो रही है। केरल के एर्नाकुलम, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, पठानमथिट्टा और तिरुवनंतपुरम जिलों में 24 घंटे में 19 मिमी से 115 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून अभी केरल तट से 200 किलोमीटर की दूरी पर है। गुरूवार को ये मालदीव को भी पार कर चुका है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में मानसून ने 21 मई को दस्तक दी। 24 मई को श्रीलंका के दक्षिण तट पर पहुंचा। मानसून की उत्तरी सीमा कोमोरिन सागर पहुंच गई है। मानसून को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को कुछ इलाकों में सात से 11 सेंटीमीटर की भारी बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुमान के मुताबिक, बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ ही इस दौरान द्वीपसमूह में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
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