डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 1 जुलाई को पूरा देश नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाता है। वो दिन जब जिंदगी बचाने वाले को शुक्रिया कहने का दिन है। ऐसे दिन क्यों न सुने उन डॉक्टर्स के दिल की बात जिन्होंने कोरोना के भीषण समय पर अपनी फिक्र किए बिना हमारी जान की चिंता की। फ्रंट लाइन वॉरियर बने और बेधड़क उस बीमारी का सामना किया जिससे बचने के लिए हम मास्क लगा कर सोशल डिस्टेंसिंग की दुहाइयां देते हैं। डॉक्टर्स डे के मौके पर उन्हीं डॉक्टर्स से भास्कर हिंदी ने जाना वो एक संदेश जो वो लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं। सुनिए क्या कहते हैं डॉक्टरी की अलग अलग विधाओं से जुड़े ये एक्सपर्ट्स:
डॉ। प्रिया भावे, गायनोकॉलोजिस्ट
डॉ। अतुल अग्रवाल, लेप्रोस्कोपिक सर्जन
डॉ। उपेंद्र जैन, डेंटिस्ट
डॉ। वसंत त्रिवेदी, ऑर्थपीडिक एवं ट्रॉमा सर्जन
डॉ। इंदर राजानी, त्वचा रोग विशेषज्ञ
डॉ। कुशल हजेला, कार्डियक एनिस्थिसियोलॉजिस्ट
डॉ। तेजल बेंडे हजेला, एमडी, पैथॉलॉजी
Source link