क्या आप नेट बैंकिग या ऑन लाइन बैंकिग सुविधाओं को लेकर लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तो इसकी बड़ी वजह आपका इनवैलिड IFSC कोड। कई बैंकों के विलय के बाद से ही IFSC कोड में बदलाव आया है। विलय किए गए सभी बैंकों ने इसको लेकर ग्राहकों को सूचना भी दी थी। अगर आपका बैंक भी विलय हुए बैंकों की लिस्ट में शामिल है तो आपका भी IFSC (Indian Financial System Codes) बदल गया है। ऐसी स्थिति में आपको अपना नया आईएफसी कोड पता करना होगा। आइए जानते हैं कि आप आसानी से कैसे अपना IFSC जनरेट कर सकते हैं।
सिंडीकेट बैंक, इलाहाबाद बैंक, देना बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया, विजया बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आन्ध्रा बैंक, काॅरपोरेशन बैंक के विलय को लेकर पहले ही घोषणाएं की जा चुकी हैं। ऐसे में इन बैंकों के कस्टमर्स अपना अपडेटेड IFSC वेबसाइट के जरिए पता कर सकते हैं। अब हर जगह नए आईएफएससी कोड का ही प्रयोग करना होगा।
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ब्रांच से भी पता किया जा सकता है IFSC
अग आप अपना नया आईएफएससी कोड पता करना चाहते हैं तो आपको बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर सभी जानकारियों को एक बार फिर से भरना होगा। साथ ही कस्टमर केयर फोन करके और बैंक जाकर भी IFSC पता किया जा सकता है।
अगर आप मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं तो जरूरी है कि आप अपनी सभी जानकारियों को एक बार फिर से अपडेट कर दें। जिससे आपको किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़ा।
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क्या होता है IFSC
IFSC का मतलब है Indian Financial System Code (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड)। IFSC अंकों और अंग्रेजी अक्षरों से मिलकर बना 11 कैरेक्टर का एक यूनिक कोड होता है, जिसमें शुरू के चार अक्षर बैंक के नाम को दर्शाते हैं और पांचवां कैरेक्टर आमतौर 0 होता है। आखिरी के 6 अंक ब्रांच के कोड के बारे में बताते हैं। IFSC का प्रयोग ट्रांजैक्शन के दौरान बैंकों की ब्रांच की पहचान के लिए किया जाता है। एक ही बैंक के दो ब्रांचों का IFSC कोड भी अलग-अलग होता है।
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