अमेरिकी में अगले सप्ताह तक लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गार्सेटी को भारत में राजदूत के रूप में नामित करने की उम्मीद की जा रही है. एक्सियोस की रिपोर्ट में गार्सेटी को बाइडन के विश्वसनीय राजनीतिक सहयोगी के रूप में बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बाइडन ने कुछ आवेदकों को उन्हें उस देश की पेशकश करने के लिए बुलाया है, जहां वो उन्हें सेवा देना चाहते हैं.
व्हाइट हाउस अभी भी गार्सेटी समेत संभावित राजदूतों के लिए पुनरीक्षण प्रक्रिया को समाप्त कर रहा है, जिनके कार्यालय ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि उन्हें राजदूत सिर्फ अपने फायदे के लिए माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक एक बार पुनरीक्षण प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद बाइडन के राजनीतिक राजदूतों के अपने पहले बैच के लिए पुष्टि प्रक्रिया शुरू करने के लिए अमेरिकी सीनेट को एक दर्जन से ज्यादा नाम भेजने की उम्मीद है.
गार्सेटी के प्रवक्ता ने साधी चुप्पी
जानकारी के मुताबिक एरिक गार्सेटी ने बिडेन के राष्ट्रपति अभियान के सह अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. कथित रूप से उनके एक पूर्व सहयोगी, रिक जैकब्स के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मुकदमे के बाद उनकी संभावना कम हो गई थी. वहीं गार्सेटी के प्रवक्ता और व्हाइट हाउस ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. बिडेन ने मार्च में संभावित राजदूतों के नामों की समीक्षा करना शुरू किया और अधिकारी सीनेट को भेजे जाने वाले नामों के पहले बैच को इकट्ठा कर रहे हैं.
राजदूत पदों के नाम पर हो रहा विचार
राजदूत पदों के लिए जिन अन्य नामों पर विचार किया जा रहा है, उनमें चीन के लिए कैरियर राजनयिक निक बर्न्स, इजरायल के लिए राज्य के पूर्व उप सचिव टॉम नाइड्स, शिकागो के पूर्व मेयर और जापान के लिए व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रहम इमानुएल, अमेरिकी दूत के लिए अंतरराष्ट्रीय वकील मार्क गिटेंस्टीन हैं.
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