भारत में कोरोना की दूसरी लहर ( Corona Second Wave) जानलेवा साबित हो रही है. ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए योग (Yoga) करने और अपनी इम्यूनिटी (Immunity) को मजबूत रखने की सलाह दी जा रही है. साथ ही जो लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुए हैं उन्हें भी तेजी से रिकवर होने में योग से फायदा मिल रहा है. कोविड-19 ( Covid-19 Recovery) से रिकवरी में योग काफी फायदेमंद है. आज हम आपको ऐसे 4 योगासन और प्राणायाम के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें करने से आप कोरोना से जल्दी रिकवर हो जाएंगे. इससे आपको मानसिक शांति भी मिलेगी. ऐसे में कोविड के मरीज को शारीरिक और मानसिक रुप से फिट रखने में योग काफी मदद कर रहा है. आइये जानते हैं कैसे.
कोविड में योग से फायदा
कोरोना के मरीजों को संक्रमण से जल्द रिकवरी के लिए योगासन और प्राणायाम करना चाहिए. डॉक्टर्स भी प्राणायाम करने की सलाह दे रहे हैं. योग और प्राणायाम का फायदा आपके फेफड़े को भी होगा जिससे वो बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे. योग से छाती वाला हिस्सा खुलता है और फेफड़ों की कैपिसिटी बढ़ती है. योग करने से पाचन क्रिया तेज होती है आप रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. खास बात ये है कि कोरोना में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों के शरीर में ऑक्सीजन का अच्छा फ्लो भी योग से होता है.
कोरोना से रिकवरी के लिए प्राणायाम
प्रोनिंग- एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसी का ऑक्सीजन लेवल घट रहा है तो घबराएं नहीं अस्पताल पहुंचने से पहले प्रोनिंग करें. इसमें आपको घर पर ही पेट के बल लेट कर गहरी लंबी सांस लेनी है. आपको प्रोनिंग पोजीशन में लेटना है. इससे फेफड़े सुचारू रूप से काम करने लगते हैं. आपको थोड़ी-थोड़ी देर के बाद पेट के बल जरूर लेटना चाहिए. इससे आपकी सांसों का फ्लो ठीक रहता है.
अनुलोम विलोम- ऑक्सीजन का लेवल सुधारने के लिए अनुलोम विलोम करना चाहिए. अनुलोम विलोम में नाक के एक नथुने को दबाकर दूसरे नथुने से सांस छोड़ते हैं, फिर जिससे सांस छोड़ी है उसी से वापस सांस लेनी होती है. इस तरह नाक के दोनों नथुनों से आपको ये क्रिया करनी हैं. नियमित रुप से अनुलोम विलोम करने से टेंशन भी दूर हो जाती है.
साई- इस प्राणाायम को करने के लिए पहले नाक के अंदर सांस भरनी है फिर ज्यादा से ज्यादा सांस को अंदर लेने के बाद सांस छोड़ते समय एक पाउट बनाना है. अपने होंठों को सिकोड़कर एक चोंच जैसी बनानी होगी. फिर थोड़ी सी ‘हा’ की आवाज के साथ सांस को बाहर छोड़ना है. इस प्राणायाम को करने से टेंशन दूर हो जाती है. आप इसे दिन में 5 से 6 टाइम, 35 से 40 बार कर सकते हैं.
कपालभाति- इन योगाभ्यास को करने के 3-4 दिन बाद आपको थोड़ा कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास भी शुरु कर देना चाहिए. कपालभाति करने के लिए सबसे पहले लंबी गहरी सांस अंदर लें. फिर धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ते जाएं. कोरोना के मरीजों इस बात को देखें कि सांस छोड़ते वक्त उन्हें किसी तरह का दबाव महसूस न हो. अगर ऐसा हो रहा है तो आपको अभी कपालभाति नहीं करना चाहिए.
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